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Poonch Terror Attack: पुंछ हमले के आतंकियों को 2 महीनों से 'पनाह' देने वाला शख्स हिरासत में, सर्च ऑपरेशन जारी

Poonch Terror Attack पुंछ हमले में पांच जवान बलिदान हो गए थे। जवानों के बलिदान का बदला लेने के लिए लगातार भारतीय सेना आतंकियों की तलाश कर रही है। इसी बीच गुरुवार को सुरक्षाबलों ने आतंकियों को पनाह देने वाले एक स्थानीय व्यक्ति को हिरासत में लिया है।

By AgencyEdited By: Swati SinghPublished: Thu, 27 Apr 2023 11:53 AM (IST)Updated: Thu, 27 Apr 2023 11:53 AM (IST)
पुंछ हमले के आतंकियों को 2 महीनों से 'पनाह' देने वाला शख्स हिरासत में

श्रीनगर,आईएनएस। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले की जांच लगातार जारी है। इस आतंकी हमले से जुड़े आतंकियों को ढूंढ निकालने के लिए सुरक्षाबल और भारतीय सेना लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसी बीच बुधवार को सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों को शरण देने वाले स्थानीय व्यक्ति का पता लगा लिया है और उसे हिरासत में ले लिया है।

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पुंछ हमले में पांच जवान बलिदान हो गए थे। जवानों के बलिदान का बदला लेने के लिए लगातार भारतीय सेना आतंकियों की तलाश कर रही है। इसी बीच गुरुवार को सुरक्षाबलों ने आतंकियों को पनाह देने वाले एक स्थानीय व्यक्ति को हिरासत में लिया है। बता दें कि आतंकियों को पकड़ने के लिए जम्मू-कश्मीर में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। तलाशी अभियान के छठे दिन बुधवार को सुरक्षाबलों ने निसार अहमद नाम के एक स्थानीय व्यक्ति का पता लगाया और हिरासत में लिया। इसने करीब दो महीने से ज्यादा समय तक आतंकी हमले में शामिल दहशतगर्दों को पनाह दी थी।

20 अप्रैल को पुंछ में जवानों को निशाना बनाकर आतंकी हमला किया गया था। इस हमले में देश के पांच सपूत बलिदान हो गए। आतंकियों ने हमले की साजिश दो महीने से भी पहले ही रच ली थी। ये आतंकी यहां एक स्थानीय के घर में रह रहे थे और साजिश को सफल बनाने का प्रयास कर रहे थे। अब सुरक्षाबलों ने उस स्थानीय व्यक्ति अहमद को धर दबोचा है, जिसने इन आतंकियों को शरण दी थी।

पूछताछ में हुआ खुलासा

सुरक्षाबलों के द्वारा लगातार इस मामले में पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों ने करीब 50 लोगों से पूछताछ की। तलाशी अभियान के दौरान हिरासत में लिए गए 50 लोगों से पूछताछ के बाद पता चला कि आतंकवादियों ने बंदरगाह के जरिए घुसपैठ की थी। सूत्रों ने कहा कि लगातार पूछताछ के बाद, नासिर अहमद ने कबूल किया कि उसने सेना के जवानों पर हमले से पहले दो महीने से अधिक समय तक आतंकवादियों को शरण दी थी।

लगातार जारी है सर्च ऑपरेशन

पुंछ हमले के बाद से ही घाटी में आतंकियों को पकड़ने के लिए लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है। सेना के उधमपुर मुख्यालय उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बुधवार को दूसरी बार तलाशी अभियान की प्रगति की समीक्षा की। लगातार पुंछ और उसके आस-पास के इलाकों में तलाशी ली जा रही है।

बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान पुंछ और राजौरी जिलों के बड़े क्षेत्रों में फैला हुआ है, जिसमें घने जंगल, प्राकृतिक गुफाएं और घाटियां शामिल हैं। जंगलों में भी सेना सर्च ऑपरेशन चला रही है।

घात लगाकर किया था हमला

पुंछ जिले के भाटा धुरियान क्षेत्र में आतंकवादियों ने कवच भेदी गोलियों, हथगोलों और कुछ आग लगाने वाली सामग्री का उपयोग करके सेना के एक वाहन पर घात लगाकर हमला किया था। इस हमले में सेना के पांच जवान बलिदान हो गए थे और एक गंभीर रूप से घायल हो गया था। आतंकवादी मारे गए सैनिकों के हथियारों के साथ फरार हो गए थे। जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।


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