Jammu Kashmir: पाकिस्तान की एक और आतंकी साजिश नाकाम, BSF को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मिली सुरंग
बीएसएफ के आइजी एनएस जंवाल ने बताया कि करीब 150 मीटर लंबी सुरंग जो पाकिस्तान क्षेत्र से शुरू होकर बोबिया में निकली है। इसका पता यहां पर लगे सुरक्षा बांध के कार्य के दौरान लगा। करीब 20 से 25 फीट गहरी सुरंग जिसकी चौड़ाई 2 से 3 फीट है।
जम्मू, जेएनएन। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तानी सैनिक हमेशा प्रयासरत करते हैं। वहीं भारत के सतर्क जवान उनकी साजिशों को हर बार नाकाम बना देते हैं। अब पाकिस्तान ने जिला कठुआ के हीरानगर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर आतंकियों की घुसपैठ कराने के इरादे से सुरंग का निर्माण किया था जिसका बीएसएफ के सतर्क जवानों ने पता लगा लिया है। सुरंग मिलने के बाद जवानों ने आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान भी चलाया है।
सीमा सुरक्षा बल की गश्त पार्टी को पाकिस्तान की ओर से भारतीय क्षेत्र में खोदी गई 150 मीटर लंबी सुरंग मिली । बुधवार सुबह करीब साढ़े दस बजे जैसे ही सीमा सुरक्षा बल की गश्त पार्टी ने वहां लगे सुरक्षा बांध के कार्य के पास सुरंग का मुहाना देखा तो उसी समय उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही जम्मू से बीएसएफ के आइजी और डीआइजी समेत जिला कठुआ से एसएसपी शैलेंद्र मिश्रा सहित अन्य पुलिस अधिकारी भी वहां पहुुंच गए।
वहीं सुुरंग मिलने की सूचना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया, ग्रामीण सकते में आ गए। सुरंंग मिलने के बाद सभी वहां से बड़ी घुसपैठ की आशंका होने से भी लोग व सुरक्षा बल अलर्ट हो गए। पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई। जांच करने के उपरांत बीएसएफ के आइजी एनएस जंवाल ने बताया कि करीब 150 मीटर लंबी सुरंग जो पाकिस्तान क्षेत्र से शुरू होकर बोबिया में निकली है। इसका पता यहां पर लगे सुरक्षा बांध के कार्य के दौरान लगा।
उन्होंने बताया कि करीब 20 से 25 फीट गहरी सुरंग, जिसकी चौड़ाई 2 से 3 फीट है। इस सुरंग को अभी ताजा घुसपैठ के लिए इस्तेमाल किया गया है, ऐसा लगता नहीं है। जांच करने के बाद ही बताया जाएगा, लेकिन सुरंग एक से दो साल पुरानी हो सकती है। संभव है कि इसका इससे पहले इस्तेमाल किया गया हो।
उन्होंने बताया कि गत वर्ष भी इसी तरह की सुरंगे 28 अगस्त और 22 नंवबर को भी सांबा सेक्टर में मिली थी। उस समय उन सुरंगों से आतंकी घुसपैठ करने में सफल हो गए थे, जो नगरोटा के पास ट्रक में चेकिंग नाके पर मारे गए थे। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बांध के निर्माण कार्य को बधित करने के लिए पाकिस्तान ने बीती रात भी फायरिंग की। जब सुरंग की जांच की जा रही थी तब भी पाकिस्तानी रैंजरों ने दो फायर किए। सुरंग के मिलने से यह साफ हो गया है कि हीरानगर अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र को पाकिस्तान समर्थक आतंकी अभी भी घुसपैठ के लिए इस्तेमाल करने की फिराक में हैं। हालांकि हीरानगर सेक्टर में सुरंग मिलने का पहला मामला है।
इसके बाद अब बीएसएफ और भी चौकस हो गई है। बोबिया के पास ही गुरनाम पोस्ट है, जहां पर चार साल पहले पाकिस्तानी रेंजरों ने स्नाइपर शाॅट से बीएसएफ के गुरनाम सिंह को शहीद कर दिया था।
यह भी पढ़ें:-
- सुरंग के रास्ते पहले भी होती रही है घुसपैठ की कोशिश, जानिए कब-कब मिली सुरंग