Water Bottle Price: 20 रुपये में बिकने वाली पानी की बोतल की जान लीजिए असली कीमत, ग्राहकों से उठा रहे 250 प्रतिशत मुनाफा
रेलवे स्टेशन हो या फिर कोई टूरिस्ट प्लेस प्यास लगने पर हम दुकान पर 20 रुपये देकर पानी की बोतल खरीद लेते हैं। लेकिन 20 रुपये में मिलने वाली ये पानी की बोतल की असली कीमत से आप अंजान होंगे। 20 रुपये में मिलने वाली ये पानी की बोतल की लागत बेहद ही कम आती है लेकिन ये ग्राहकों को 250 प्रतिशत से ज्यादा के मुनाफे पर बेची जाती हैं।
जीएस जस्सल, बंगाणा। (Mineral Water Bottle Price) पिछले 20-30 सालों से पानी की बोतल की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। लोगों को लगता है कि यह पानी शुद्ध होता है। आमतौर पर बाजार में 20 रुपये में एक लीटर पानी मिलता है। अब सवाल यह है कि क्या वाकई इस पानी की बोतल की कीमत 20 रुपये होती है और क्या यह उतना ही शुद्ध होता है जितना हम सोचते हैं ।
जानकारी के अनुसार, एक लीटर की बोतल में मिलने वाले पानी की बोतल की कुल लागत पांच से छह रुपये के बीच आती है। इसमें पानी की बोतल को जहां पर बेचा जाता है उसका भाड़ा भी शामिल होता है। 6 रुपये के पानी की बोतल को 20 रुपये में बेचा जाता है जिससे कि आम नागरिक को मजबूरी में निशुल्क मिलने वाला पानी खरीदना पड़ रहा है। लोगों में रोष है कि हमारे नीति-निर्धारक व प्रशासनिक अधिकारी इस दिशा में ध्यान क्यों नहीं देते हैं। 10 से 20 प्रतिशत का मुनाफा तो बाजिव है लेकिन 250 प्रतिशत मुनाफा हर किसी की समझ से परे है।
नल के पानी से कई गुना महंगा होता है बोतलबंद पानी
पानी की बोतल को सुरक्षित मानने की वजह यह है कि इसके लिए हम कीमत चुकाते हैं। बोतलबंद पानी की मांग देश में लगातार बढ़ रही है, लेकिन साथ ही मिलावट भी बढ़ रही है। हम बोतलबंद पानी के लिए बहुत अधिक कीमत चुका रहे हैं जबकि हमें नल से प्राप्त होने वाला पानी मुफ्त मिल जाता है। विभिन्न पानी के ब्रांड की कीमतें अलग-अलग होती हैं, हालांकि आमतौर पर देश में एक लीटर बोतलबंद पानी की कीमत लगभग 20 रुपये होती है। यह नल से प्राप्त होने वाले पानी से लगभग 250 गुना महंगा होता है।
एक बोतल की लागत
विशेषज्ञों के मुताबिक, 20 रुपये की जो बोतल हम खरीदते हैं, उसके निर्माण के लिए सबसे पहले कंपनियों को प्लास्टिक की एक लीटर की बोतल एक रुपये की पड़ती है। एक लीटर पानी की लागत एक रुपये 20 पैसे आती है। अगर हम पानी को प्यूरिफाई करने की बात करें, तो पानी को प्यूरिफाई करने में बस तीन रुपये 40 पैसे का खर्च होता है। यदि हम एक्स्ट्रा कहीं पहुंचाने या कहीं से लाने का खर्च जोड़ें, तो उसमें एक रुपया भी शामिल कर लेते हैं, तो पानी की एक बोतल में कुल 6 रुपया 40 पैसे का खर्च आता है, जो हमारे पास आते-आते 20 रुपये से भी ज्यादा महंगी कीमत में बिक जाती है।
कितना सुरक्षित है बोतल का पानी
पर्यावरण पर शोध करने वाली संस्थाएं मानती हैं कि पानी के महंगे ब्रांड को खरीदना पानी की शुद्धता से संबंधित नहीं होता है। वास्तव में, प्लास्टिक की बोतल पानी की शुद्धता से संबंधित होती है। जिला खाद्य नियंत्रक अधिकारी राजीव शर्मा ने बताया कि किसी भी कंपनी का एमआरपी निर्धारित करना हमारे कार्य क्षेत्र के अधीन नहीं होता है। फिर भी अगर ऐसा है तो उच्च अधिकारियों से मिलकर इस विषय पर बात की जाएगी।
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