Indian Technomac Scam ओडिशा से जुड़े हैं छह हजार करोड़ के कर कर्ज घोटाले के तार
Indian Technomac Scam हिमाचल में हुए छह हजार करोड़ के करकर्ज घोटाले के मामले में जांच से पता चला है कि इसके तार ओडिशा से जुड़े हु
शिमला, राज्य ब्यूरो। इंडियन टेक्नामेक कंपनी के छह हजार करोड़ के करकर्ज घोटाले के तार अब ओडिशा से जुड़े हैं। सूत्रों के अनुसार हिमाचल प्रदेश की सीआइडी ने एसपी रैंक के अधिकारी की अगुवाई में ओडिशा के भुवनेश्वर व जाजपुर जिले में दबिश दी। कई बैंक खातों की भी जांच की गई। इंडियन टेक्नामेक कंपनी ने वहां पर दो कंपनियां खरीदा थी। एक कंपनी किराये पर ली थी। वहां का भी टीम ने निरीक्षण किया। यह कंपनी अब बंद हो चुकी है। ओडिशा के खनन विभाग से रिकॉर्ड कब्जे में लिया है। कंपनी के दो निदेशकों से भी पूछताछ की गई। इनमें से एक निदेशक की सीआइडी को तलाश है।
उसने हिमाचल हाईकोर्ट से जमानत ले रखी है। बताया जा रहा है कि इंडियन टेक्नोमेक कंपनी ने सिरमौर के पांवटा स्थित कारखाने के लिए कच्चा माल ओडिशा से लाया था। वहां से कितना माल लाया आया और कागजों में कितना दर्शाया गया, इन सबका लेखा-जोखा जांचा गया।
ईडी की जांच भी जारी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी कंपनी के मनी लांड्रिंग के कोण से अलग से जांच कर रहा है। बैंक धोखाधड़ी मामले में हाल ही में आरोपित राकेश कुमार शर्मा व विनय मार शर्मा की 288 करोड़ की संपत्ति अटैच की है। वहीं मुख्य आरोपित आरके शर्मा दुबई में छिपा हुआ है। ईडी मनी र्लांंड्रग एक्ट के तहत कार्रवाई कर रहा है। ईडी जांच कर रहा है कि टेक्नोमेक कंपनी ने कितनी दूसरी कंपनियों में पैसा लगाया है। जांच रिपोर्ट में बेनामी संपत्तियों का जिक्र किया गया है।
गौरतलब है कि वर्ष 2014 में इंडियन टेक्नोमेक कंपनी की गड़बडिय़ों को आबकारी एवं कराधान विभाग की इकोनॉमिक इंटेलीजेंस यूनिट में पकड़ा गया था। यह मामला तीन साल तक हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में चलता रहा। नीलामी का केस भी दो साल तक हिमाचल हाईकोर्ट में चलता रहा। सीआइडी द्वारा इस मामले की गहनता से जांच चलती रही। चार्जशीट भी दाखिल हो चुकी है और मुख्य आरोपी को पकडऩा के लिए गहनता से जांच हो रही है।
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