हिमाचल: HRTC में होगा युक्तीकरण, घाटे से उबरने को 435 रूट होंगे बंद; प्राइवेट बसों के लिए बनेगी रियायती पास नीति
हिमाचल प्रदेश सरकार निजी बसों के लिए रियायती पास नीति लाने पर विचार कर रही है, जिससे छात्रों को लाभ होगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि ...और पढ़ें

हिमाचल प्रदेश सरकार एचआरटीसी में युक्तीकरण करेगी व रूट भी बंद करेगी। प्रतीकात्मक फोटो
राज्य ब्यूरो, धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश सरकार निजी बसों के लिए भी रियायती बस पास बनाने की नीति पर काम कर रही है। स्कूल, कालेज, आइटीआइ व विवि के छात्रों की सुविधा के लिए इस नीति पर अभी विचार चल रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) का युक्तिकरण किया जाएगा। इसके तहत चालक, परिचालक सहित अन्य श्रेणी के कर्मचारियों को बदला जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 435 घाटे के बस रूटों को बंद कर निजी ऑपरेटरों को दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि एचआरटीसी का कुल घाटा 2200 करोड़ है। हर महीने 70 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है। सरकार निगम को साल में 780 करोड़ का अनुदान देती है।
निगम के कर्मचारियों को समय पर वेतन व पेंशन मिले इसके लिए युक्तीकरण सहित कुछ और सख्त कदम उठाने की जरूरत है। बढ़ते घाटे को देखते हुए सरकार कुछ रूटों को बंद कर उन्हें निजी क्षेत्र में देने जा रही है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार ने परिवहन निगम के वही रूट बंद किए हैं, जहां अतिरिक्त बसें चल रही थी और घाटे में थी।
ग्रामीण क्षेत्रों में बसों की कमी नहीं होने दी जाएगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार निजी बसों में पास पॉलिसी पर काम कर रही है। निगम विद्यार्थियों के हिम बस कार्ड भी बना रहा है, इससे किसी भी रूट पर विद्यार्थियों की सही संख्या का पता चल सकेगा और उसके अनुसार परिवहन निगम की बस सेवा चलाने पर विचार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बसों की कमी नहीं होने दी जाएगी।
चंडीगढ़ तक चल रही बस
उप मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में विधायक संजय अवस्थी द्वारा पूछे मूल प्रश्न के उत्तर में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि कंधर-बागा बस सेवा को फिलहाल चंडीगढ़ तक ही चलाया जाएगा और इसे फिर से दिल्ली के लिए बहाल नहीं किया जाएगा, क्योंकि चंडीगढ़ से आगे यह बस घाटे में चल रही थी और इस रूट पर यात्रियों के लिए काफी अधिक बसें उपलब्ध हैं।
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पहले स्कूल बंद किए, अब बसें : जम्वाल
विधायक त्रिलोक जम्वाल के प्रश्न के उत्तर में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि बिलासपुर से वाया कंदरौर-हरलोग होकर जाहू जाने वाली परिवहन निगम की बस सेवा को घाटे के कारण बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस रूट पर एक निजी बस सेवा आरंभ हो गई है। इस कारण भी निगम की बस सेवा को बंद किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर इस रूट पर विद्यार्थियों की संख्या अधिक पाई जाती है तो सरकार इस रूट को फिर से बहाल करने पर विचार करेगी।
विधायक बोले, ओवरलोड होकर आती थी बस
जम्वाल ने कहा कि इस बस में स्कूल, कालेज व आइटीआई के विद्यार्थी सफर करते थे। निगम कह रहा है कि घाटे के चलते बस बंद की है। उन्होंने निगम के सर्वे पर सवाल उठाते हुए कहा कि बस बंद होने पर बच्चों ने धरना प्रदर्शन व चक्का जाम किया था। 100 से ज्यादा बच्चें इसमें शामिल थे और वह डीसी से भी मिले थे। यह बस ओवर लोड कर आती थी। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले स्कूल बंद किए अब बसें भी बंद कर रही है। बस बंद होने से 15 पंचायतों के बच्चों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
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उम्र पूरी कर चुकी बसों को सरकार शीघ्र बदलेगी
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने विधायक विनोद कुमार के सवाल के जवाब में कहा कि परिवहन निगम में माइलेज और उम्र पूरी कर चुकी बसों को सरकार शीघ्र बदलेगी। उन्होंने कहा कि शिमला और परवाणु बस डिपो में सरप्लस बसों को सुंदरनगर डिपो में ट्रांसफर किया जाएगा, ताकि वहां बसों की कमी को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि निगम फिलहाल गद्दीधार-करसोग बस सेवा को बहाल नहीं करेगी।

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