किसानों पर अंग्रेजी में छपी किताब देख खफा हुए आचार्य देवव्रत, कहा अंग्रेजी आती तो वे आपकी जगह होते
राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व अन्य अधिकारियों ने कृषि विभाग की विजन-2022 पुस्तिका का विमोचन किया ।
शिमला, राज्य ब्यूरो। ‘आपने खेती करनी नहीं...जिन्होंने खेती करनी है उन्हें समझ नहीं आएगा जो आपने
किताब में लिखा है। खेती पर किताब छाप रहे हो तो कम से कम उस भाषा में लिखो, जिसे किसान जानते हैं। अगर किसानों को अंग्रेजी आती तो वे आपकी जगह होते।’ राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने अधिकारियों को यह नसीहत दी। राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ शिमला में शून्य लागत प्राकृतिक खेती पर आयोजित राज्यस्तरीय सम्मेलन में उन्होंने अधिकारियों की सरेआम खिंचाई कर दी। इससे अधिकारियों के चेहरे लटक गए।
सम्मेलन के दौरान पीटरहॉफ का हॉल मंत्रियों, अधिकारियों व किसानों से भरा था। स्टेज पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय व पद्मश्री सुभाष पालेकर थे। उस दौरान जीरो बजट खेती से किसानों की आय दोगुना करने के लिए कृषि विभाग द्वारा तैयार पुस्तिका ‘विजन-2022’ को विमोचन के लिए लाया गया। राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने पुस्तिका का विमोचन किया। राज्यपाल ने जैसे ही पुस्तिका खोली तो उसे अंग्रेजी में देख अधिकारियों की क्लास लगा दी। उन्होंने कहा कि क्या यह पुस्तिका किसानों के लिए है? उन्होंने पुस्तिका को मेज पर पटक दिया। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को इसके लिए लताड़ लगाई अब हिंदी में आएंगी किसानों के लिए पुस्तकें राज्यपाल आचार्य देवव्रत व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों से संबंधित पुस्तकों र्को ंहदी में प्रकाशित किया जाए। ऐसा होने पर सभी किसानों को उसका लाभ मिलेगा।
राज्यपाल के लिए प्रयोग नहीं होगा महामहिम शब्द
प्रदेश के राज्यपाल को महामहिम कहकर नहीं पुकारा जाएगा। इस संबंध में बुधवार को राजभवन ने अधिसूचना जारी की। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने इस शब्द को हटाने की इच्छा जाहिर की है। आचार्य देवव्रत ने निर्देश दिए हैं कि राज्यपाल को संबोधित करते समय अभिवादन के रूप में महामहिम शब्द का प्रयोग नहीं किया जाएगा। इसके स्थान पर राज्यपाल महोदय या राज्यपाल जी का प्रयोग किया जाएगा। राज्यपाल के सचिव डॉ. अरुण शर्मा ने कहा कि औपचारिक अवसरों के दौरान महामहिम शब्द का उपयोग
समाप्त करने को कहा गया है। हिंदी में सरकारी टिप्पणियों में राज्यपाल के साथ जी का उपयोग किया जाएगा। इससे पहले राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने राजभवन के सभी वाहनों में नंबर प्लेट लगवाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद राजभवन की सभी गाड़ियों में नंबर प्लेट लगाई गई थी।