World Tourism Day 2019: पर्यटकों को सालभर लुभाएगी हिमाचल की हसीन वादियां, ऑल सीजन पर्यटन श्रृंखला तैयार
World Tourism Day 2019 हिमाचल में पर्यटकों के लिए ऑल सीजन पर्यटन श्रृंखला तैयार की गयी है जिसमें उनके लिये सरकार की तरफ से ही विशेष प्रबंध किए जाएंगे।
शिमला, प्रकाश भारद्वाज। World Tourism Day 2019 हिमाचल सरकार ने पर्यटकों के लिए ऑल सीजन पर्यटन श्रृंखला तैयार की है। इसके तहत पर्यटक सर्दियों में बर्फबारी का आनंद ले सकेंगे। वहीं, नवरात्र में शक्तिपीठों के दर्शन कर सकेंगे। जो पर्यटक साहसिक गतिविधियों का आनंद उठाना चाहते हैं, उनके लिए भी विशेष प्रबंध होंगे। सरकार ने नई पर्यटन नीति में 11 पर्यटन गतिविधियों को शामिल कर पर्यटकों के लिए हिमाचल के द्वार खोले हैं।
हिमाचल में पर्यटन को विकसित करने के लिए पांच से 25 फीसद तक उपदान दिया जाएगा। वाटर स्पोट्र्स के अलावा ग्रामीण, धार्मिक, साहसिक, जैविक कृषि, स्वास्थ्य एवं वेलनेस, सांस्कृतिक एवं धरोहर, ईको, झील, फिल्म व स्नो पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। पर्यटन का हिमाचल के सकल घरेलू उत्पाद में 7.5 फीसद योगदान है। पर्यटन नीति के तहत वर्षभर पर्यटन गतिविधियां संचालित होंगी। इससे पर्यटकों को हिमाचल की वादियां सालभर लुभाएंगी। विंटर सीजन में केवल बर्फबारी पसंद करने वाले देशी व विदेशी पर्यटक आते हैं।
लेकिन विंटर सीजन को लोकप्रिय करने की योजना बनाई गई है। सबसे ज्यादा पर्यटक गर्मियों में पहुंते हैं। प्रदेश में मार्च से लेकर जून तक अधिक पर्यटक आते हैं। मानसून सीजन में पर्यटकों की आमद कम रहती है। उसके बाद त्योहारी सीजन में पर्यटक उमड़ते हैं। सरकार ने सालभर पर्यटन गतिविधियां चलाने की योजना बनाई है। होम स्टे को लोकप्रिय बनाने के लिए तीन कमरों की संख्या को बढ़ाकर चार कर दिया है। सरकार ने इस वित्त वर्ष में 50 करोड़ रुपये से चार स्थानों को विकसित करने का निर्णय लिया है। इसके तहत चांसल घाटी को स्की डेस्टिनेशन के तौर पर तैयार किया जाएगा।
जंजैहली घाटी को ईको टूरिज्म के रूप में निखारा जाएगा। कांगड़ा जिला के ख्याति प्राप्त बीड बिलिंग को एयरो स्पोट्र्स के तौर पर और लारजी व पौंग डैम को वाटर स्पोट्र्स के रूप में पर्यटकों के लिए संवारा जाएगा। पर्यटन विकास के लिए तीन करोड़ रुपये तक का निवेश करने पर पांच फीसद उपदान यानी 15 लाख रुपये का उपदान, टैंट लगाने पर दस फीसद उपदान मिलेगा। अधिकतम पचास लाख का टैंट लगाया जा सकेगा। पानी की आपूर्ति का प्रबंध ऐसे स्थलों पर करने पर 15 फीसद उपदान और अधिकतम निवेश की सीमा 50 लाख रुपये जबकि सड़क के लिए सबसे अधिक उपदान 25 फीसद रखा गया है ।
मुख्यमंत्री की जगह गोविंद ठाकुर होंगे शामिल
वन, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद ठाकुर नई दिल्ली में विश्व पर्यटन दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में हिमाचल का प्रतिनिधित्व करेंगे। वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जगह इस कार्यक्रम में जाएंगे। इस बार भारत को इस कार्यक्रम की मेजबानी के लिए चुना गया है। मुख्य आयोजन विज्ञान भवन नई दिल्ली में 27 सितंबर को उप राष्ट्रपति की अध्यक्षता में होगा। इस कार्यक्रम में राज्यों के पर्यटन मंत्री व देश-विदेश के उद्यमी व विशेषज्ञ शामिल होंगे। शिमला से दिल्ली रवाना होने से पूर्व गोविंद ठाकुर ने कहा कि इस बार इस आयोजन का सार टूरिज्म एंड जॉब : ए बैटर फ्यूचर फॉर आल है। दिल्ली में प्रदेश पर्यटन विभाग की लंबित परियोजनाओं की शीघ्र प्रगति का मुद्दा केंद्रीय मंत्री के समक्ष रखा जाएगा।
दो दिन ही प्रदेश में ठहरते हैं पर्यटक
हिमाचल में हर साल पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है। हर साल लाखों पर्यटक राज्य की सैरगाहों में पहुंचते हैं। लेकिन पर्यटक औसतन दो दिन ही प्रदेश में ठहरते हैं। अब पर्यटकों की ठहरने की अविध को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश में पंजीकृत होटल 3084 व होम स्टे 1654 हैं। होटलों व होम स्टे में 44552 कमरे हैं लेकिन पर्यटकों के ठहरने का प्रतिशत मात्र 30 है।
नई पर्यटन नीति लागू होने से राज्य में पर्यटन गतिविधियों का विस्तार होगा। प्रदेश में मानसून टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा। देवभूमि में देवी दर्शन सहित कई प्रकार से धार्मिक पर्यटन को भी विस्तार दिया जाएगा।
-यूनुस खान, निदेशक, राज्य पर्यटन एवं उड्डयन विभाग
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