सरकारी नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी, बेरोजगार परिवार की मजबूरी का ऐसे उठाया फायदा
सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर सात लाख की ठगी पीड़ित की शिकायत पर धर्मपुर पुलिस धोखाधड़ी का केस दर्ज हो चुका है इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
सरकाघाट, जेएनएन। तीन लोगों को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर हमीरपुर के एक व्यक्ति ने पंचायतीराज विभाग से सेवानिवृत्त कर्मी से सात लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित की शिकायत पर धर्मपुर पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपित ने सात लाख रुपये देकर पीड़ित के एक बेटे व दो बहुओं को सरकारी नौकरी का दिलासा दिया था।
72 वर्षीय अच्छे सिंह के पुत्र रामानंद गांव खेड़ी डाकघर कमलाह पंचायतीराज विभाग से 2005 में पंचायत सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुआ था। 2017 में अपने किसी निजी काम से हमीरपुर गया था। वहां उसे गांव बलडोह डाकघर चमनेड ज़िला हमीरपुर का रहने वाला विधि चंद पुत्र गरीब दास चाय की एक दुकान में मिला। चाय की चुस्कियों के दौरान एक दूसरे से परिचय हुआ। बातों-बातों में विधि चंद ने अच्छे सिंह से उसके परिवार की पूरी जानकारी जुटा ली।
अच्छे सिंह ने अपने बेटों व बहुओं के बेरोजगार होने तथा परिवार का पालन पोषण केवल पेंशन से होने की बात कही। यह बात सुन विधि चंद ने शिकायतकर्ता अच्छे सिंह को बताया कि उसका भानजा प्रदेश सचिवालय में ऊंचे पद पर कार्यरत है। अगर अच्छे सिंह उसको प्रति व्यक्ति ढाई लाख रुपये देगा तो वह एक साल से पहले उसके घर से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी पर रखवा देगा। अच्छे सिंह आरोपित की बातों में आ गया।
तीन किश्तों में उसने अपने बेटे और दो बहुओं को सरकारी नौकरी दिलाने के एवज में विधि चंद के बैंक खाते में सात लाख की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर कर दी। पैसे ट्रांसफर करने के कुछ दिन बाद अच्छे सिंह ने आरोपित से संपर्क साधने की कोशिश की तो विधि चंद का मोबाइल फोन स्विच ऑफ आया। अच्छे सिंह आरोपित के घर पर भी मिलने गया मगर वह घर पर नहीं मिला। अच्छे सिंह ने मंगलवार शाम आरोपित के विरुद्ध केस दर्ज करवाया।
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