Mandi में ट्रांजेक्शन रद्द करने के नाम पर शातिर ने बदल लिया ATM कार्ड, बुजुर्ग के खाते से उड़ाए दो लाख रुपये
Mandi News जिला मंडी में एटीएम कार्ड बदलकर लोगों को चूना लगाने वाले गिरोह फिर से सक्रिय हो गया है। इस बार सरकाघाट के दारपा में एक बुजुर्ग को निशाना बनाया है। आरोपित युवक ने बुजुर्ग का कार्ड बदलकर दो लाख 400 रुपये की राशि निकाल ली।
सरकाघाट, जागरण संवाददाता। जिला मंडी में एटीएम कार्ड बदलकर लोगों को चूना लगाने वाले गिरोह फिर से सक्रिय हो गया है। इस बार सरकाघाट के दारपा में एक बुजुर्ग को निशाना बनाया है। आरोपित युवक ने बुजुर्ग का कार्ड बदलकर दो लाख 400 रुपये की राशि निकाल ली। पीड़ित के बेटे ने जब अपनी ई-मेल चेक की तो उसे पैसे निकाले जाने का पता चला।
इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई। दारपा के रहने वाले ज्ञान चंद कौंडल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि दो फरवरी को उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक की एटीएम से सात हजार रुपये निकाले। इस दौरान उनके पीछे एक युवक खड़ा था। जब वह पैसे निकालकर जाने लगे तो युवक ने कहा कि आपकी ट्रांजेक्शन रद नहीं हुई है।
सूचना मिलते ही खाता ब्लाक करवाया
इसे रद करने के लिए युवक ने उनसे एटीएम कार्ड मांगा और कुछ देर तक अपनी पेंट से साफ करने के बाद इस्तेमाल कर ट्रांजेक्शन रद होने की बात कही। बुजुर्ग के बैंक खाते के साथ उनके बेटे की ई-मेल अटैच है। 10 फरवरी को उनके बेटे ने ई-मेल चेक की तो पता चला कि तीन, चार, छह और नौ फरवरी को उनके खाते से पैसे निकाले गए हैं, जो कुल दो लाख 400 रुपये थे। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी और खाता ब्लाक करवाया। ज्ञान चंद ने बताया कि उक्त युवक ने पीछे खड़े होकर उनका कोड देख लिया होगा।
सीसीटीवी फुटेज से आरोपी की तलाश
उसने चालाकी से एटीएम कार्ड बदलकर उन्हें दूसरा थमा दिया। वहीं दो दिन बैंक बंद होने के कारण पुलिस सीसीटीवी कैमरे की फुटेज नहीं ले पाई। सोमवार को पुलिस बैंक से सीसीटीवी फुटेज लेगी। साथ ही यह पता करेगी कि यह राशि कहां-कहां निकाली गई है। उधर कार्यकारी डीएसपी लोकेंद्र नेगी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपित को जल्द पकड़ लिया जाएगा।
एटीएम कक्ष में अकेले जाएं
एटीएम कक्ष में अकेले जाएं डीएसपी लोकेंद्र नेगी ने लोगों से अपील की है कि एटीएम कक्ष में कार्ड इस्तेमाल करने के समय अकेले जाएं। अपना कार्ड किसी को न दें। एटीएम मशीन से पैसे निकालते समय अपने पीछे किसी को न खड़े होने दें और न ही ओटीपी किसी के साथ सांझा करें।