दलदल बना रोहतांग-ग्रांफु सड़क मार्ग, वाहन चालकों की बढ़ी दिक्कतें
बारिश और भूस्खलन के कारण मनाली लेह मार्ग पर रोहतांग और ग्रांफु के बीच सड़क दलदल में बदल चुकी है जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है।
मनाली, जेएनएन। मनाली लेह मार्ग पर रोहतांग और ग्रांफु के बीच सड़क की हालत खस्ता हो गई है। मढ़ी के समीप भी भूस्खलन का क्रम लगातार जारी है। सड़क की हालत खस्ता होने से वाहन चालकों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। मनाली-लेह मार्ग करीब 12 जगहों पर दलदल का रूप धारण कर चुका है।
रोहतांग से ग्राफुं तक तो हालत और भी खराब है। बीआरओ ने दस साल पहले मनाली-लेह के सरचू तक 224 किमी लंबी इस सड़क की चौड़ाई का काम शुरू किया था। इतना लंबा समय बीतने के बाद भी सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस मनाली लेह मार्ग की हालत नही सुधर पाई है। लेह से सरचू तक बीआरओ की हिमांक परियोजना सड़क कार्य देख रही है जबकि सरचू से मनाली तक दीपक परियोजना को जिम्मा दिया गया है।
हिमांक परियोजना ने चार साल पहले ही सड़क को चकाचक कर लिया था लेकिन दीपक परियोजना दस
साल बाद भी सरचू मनाली सड़क को चकाचक नहीं कर पाया है। वाहन चालक नरेंद्र व दोरजे ने बताया कि रोहतांग से ग्रांफु तक 12 किमी सड़क की हालत दयनीय हो गई है। वाहन कीचड़ में धंस रहे है। इस कारण परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने बीआरओ से आग्रह किया कि रोहतांग ग्रांफु सड़क की हालत शीघ्र सुधारी जाए। लेह मार्ग पर चलने वाले वाहन चालक दीपक, टशी, पलजोर, सोनम और राहुल ने बताया
कि बीआरओ की हिमांक व दीपक परियोजना ने एक साथ मनाली लेह मार्ग को बेहतर बनाने का कार्य शुरू किया था। लेह की ओर से सड़क की हालत बेहतर हो गई है जबकि मनाली की ओर से 10 साल बीतने के बाद सड़क की हालत दयनीय है। उन्होंने बीआरओ से आग्रह किया कि सरचू मनाली सड़क को भी समय पर बेहतर बनाया जाए।
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बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि बरसात अधिक होने से सड़क की हालत खस्ता हुई है। बीआरओ ने सभी जगह सड़क की मरम्मत का कार्य शुरू कर रखा है। मनाली सरचू मार्ग पर 80 प्रतिशत
सड़क को चकाचक कर लिया है। शेष भाग पर युद्धतर पर कार्य जारी है।
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