नोटबंदी न होती तो सीरिया भाग जाता आबिद
कुल्लू में पकड़ा गया आइएसआइएस का आतंकी आबिद भी नोटबंदी की मार से बच नहीं पाया। नोटबंदी ने आबिद की सीरिया निकलने की राह रोक दी। यह खुलासा आबिद ने एनआइए की पूछताछ में किया है।
कुल्लू [जेएनएन] : इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) का आतंकी आबिद भी नोटबंदी की मार से बच नहीं पाया। नोटबंदी ने आबिद की सीरिया निकलने की राह रोक दी। अगर नोटबंदी न होती तो आबिद सीरिया भाग जाता। यह बात खुद आबिद ने राष्ट्रीय जांच एजेसी (एनआइए) की पूछताछ में मानी है।
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नोटबंदी की मार न पड़ती तो महीना भर पहले ही आबिद खान सीरिया के लिए रवाना हो गया होता। आबिद खान के लिए सीरिया निकलने के लिए पैसे जुटाना बड़ी चुनौती थी। एनआइए की पांच सदस्यीय टीम कुल्लू में आबिद खान से पूछताछ कर रही है। आबिद खान से आइबी, सीआइडी और पुलिस द्वारा की गई पूछताछ से भी ताजा पूछताछ में हो रहे खुलासो का मेल करवाया जा रहा है।
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आबिद ने एनआइए की पूछताछ में माना है कि उसने एनएचपीसी के पावर हाउस सहित डैम साइट की भी रेकी की है। मनाली में भी आबिद ने कुल्लू दशहरा उत्सव का जायजा लिया था।
जब आबिद से पूछा गया कि क्या अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में भी उसने कुछ खास देखा तो इस पर आबिद खान का जवाब रहा कि यह मेला काफी बड़ा होता है। देवरथो को कंधे पर उठाकर घूमते लोग काफी ताकतवर होते है।
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आइएनए अधिकारियों ने आबिद से यह भी पूछा कि वह क्या-क्या सूचनाएं अपने आकाओ को भेज चुका है। इस पर आबिद ने कहा कि वह कुछ भी शेयर करने के बाद उसे डिलीट कर देता था। ऐसे में एनआइए का शक यकीन में बदल रहा है कि आबिद जहां-जहां भी घूमा वहां के चित्र और वीडियो भी उसने अपने आकाओं से शेयर किए है। आइएसआइएस के संपर्क में कुछ अन्य लोगों के नामों का भी खुलासा हो सकता है। जिस चर्च में आबिद रहा उस चर्च से संबंधित सभी लोग संदेह के दायरे में है। कुल्लू के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एनएस नेगी ने बताया कि आबिद से पूछताछ जारी है। अभी और भी खुलासे होने की उम्मीद है।