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दो सत्रों में हो पढ़ाई, आनलाइन पढ़ाई बेहतर बनाने की जरूरत

ई-पीटीएम में हजारों शिक्षक अभिभावक व छात्र जुड़े। इन्होंने शिक्षा विभाग को सुझाव भेजे। ज्यादातर सुझाव आनलाइन पढ़ाई को और ज्यादा बेहतर बनाने को लेकर आए। कुछ ने सुझाव दिया कि ग्रामीण परिवेश में एक ही मोबाइल फोन छात्रों के पास हैं। इसके चलते दो सत्रों में कक्षाएं ली जाएं।

By Vijay BhushanEdited By: Published: Wed, 09 Jun 2021 09:09 PM (IST)Updated: Wed, 09 Jun 2021 09:09 PM (IST)
आनलाइन पढ़ाई को और बेहतर बनाने की जरूरत बताई। प्रतीकात्मक

शिमला, जागरण संवाददाता। ई-पीटीएम में प्रदेशभर से हजारों शिक्षक, अभिभावक व छात्र जुड़े। इन्होंने शिक्षा विभाग को सुझाव भेजे। ज्यादातर सुझाव आनलाइन पढ़ाई को और ज्यादा बेहतर बनाने को लेकर आए। कुछ ने सुझाव दिया कि ग्रामीण परिवेश में एक ही मोबाइल फोन छात्रों के पास हैं। इसके चलते दो सत्रों में कक्षाएं ली जाएं।

पहली से आठवीं की कक्षाएं सुबह हों

मंडी जिले के नाचन से राकेश कुमार ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कई अभिभावकों के पास एक ही मोबाइल फोन हैं। पहली से आठवीं तक सुबह नौ से 12 बजे तक और नौवीं से जमा दो तक की दोपहर दो से शाम पांच बजे तक कक्षाएं ली जाएं।

स्वयंसेवी पढ़ाने के लिए तैयार

सिरमौर जिले के बीआरसी मायाराम शर्मा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयंसेवी तैयार करने की जरूरत है। उन्होंने पंचायत, नवयुवक और महिला मंडल और पढ़े लिखे बेरोजगारों का ग्रुप तैयार किया है। वह गांव में बच्चों को पढ़ा रहे हैं। प्रदेशस्तर पर इसे लागू करने का सुझाव दिया। वहीं शिक्षिका मीना देवी ने कहा कि जिन बच्चों के पास स्मार्ट फोन नहीं हैं उनकी मदद की जाए।

जल्द खोले जाएं स्कूल : प्रकाश शर्मा

सोलन जिला के भूमति स्कूल के एसएमसी अध्यक्ष प्रकाश शर्मा ने कहा कि स्कूलों को खोल देना चाहिए तथा स्कूलों में खाली पद जल्द भरे जाने चाहिए।

खुद मोबाइल फोन मुहैया करवा रहे प्रधानाचार्य

करसोग से रंजना ने कहा कि लाइव कक्षाओं का समय बढ़ाना चाहिए। उन्होने कहा कि प्रधानाचार्य बच्चों को खुद मोबाइल फोन मुहैया करवा रहे हैं। वहीं केलंग स्कूल की एसएमसी सदस्य सावित्री देवी ने कहा कि हर घर पाठशाला कार्यक्रम में बेहतर तरीके से कार्य हो रहा है।

मंत्री ने शिक्षिका के प्रयासों को सराहा

शिक्षा मंत्री गोङ्क्षवद ठाकुर ने केलंग स्कूल की शिक्षिका छिबयांगों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि केलंग में बच्चों व अभिभावकों से जिस तरह वह संवाद कर रही है वह सराहनीय है। शिक्षिका ने भी आनलाइन पढ़ाई को लेकर सुझाव दिया।

संक्रमित होने पर भी पढ़ा रही अध्यापिका सुमन

सरकाघाट से एसएमसी सदस्य राजकुमार ठाकुर ने कहा कि हर घर पाठशाला कार्यक्रम में त्रुटियां हैं। कार्य पत्रक को चेक कर लेते हैं लेकिन वीडियो देखने में दिक्कत आती है। स्कूल में कार्यरत टीजीटी शिक्षिका सुमन ने कोरोना संक्रमित होने के बाद भी पढ़ाना नहीं छोड़ा। उनके ससुर की मौत भी हुई, उस दिन भी उन्होंने बच्चे को पढ़ाया।


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