सावधान रहें, अब वीडियो कॉल से भी हो रही ठगी, अश्लील एडिटिंग कर ठग कर रहे ब्लैकमेल
Video Calls Fraud प्रदेश में साइबर ठगों ने ठगी का नया तरीका अपना लिया है। साइबर ठग किसी न किसी माध्यम से सामने वाले व्यक्ति को वीडियो कॉल पर जुडऩे के लिए कहते हैं और जब वह उनके झांसे में आकर ज्वाइन करता है तो उसे रिकॉर्ड कर लेते हैं।
शिमला/धर्मशाला, जेएनएन। प्रदेश में साइबर ठगों ने ठगी का नया तरीका अपना लिया है। साइबर ठग किसी न किसी माध्यम से सामने वाले व्यक्ति को वीडियो कॉल पर जुडऩे के लिए कहते हैं और जब वह उनके झांसे में आकर वीडियो कॉल ज्वाइन करता है तो उसे रिकॉर्ड कर लिया जाता है। उसमें अश्लील वीडियो जोड़ दी जाती है। इसके बाद वीडियो उसे भेजा जाता है और धमकी दी जाती है कि पैसे नहीं दिए तो इसे इंटरनेट मीडिया वायरल कर दिया जाएगा। दो माह में इस तरह की अब पांच शिकायतें साइबर सेल को मिल चुकी हैं। इन शिकायतों की जांच की जा रही है।
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फेसबुक के जरिए हो रही धोखाधड़ी
अश्लील वीडियो के अलावा इंटरेनट मीडिया के जरिए भी लोगों को ठगा जा रहा है। इनके निशाने पर ऐसे लोग होते हैं,जो अपनी छोटी से छोटी जानकारी भी इंटरनेट मीडिया पर शेयर करते हैं। ऐसे लोगों को ठगने के लिए साइबर अपराधी पहले उनकी फेक प्रोफाइल बनाते है और उनके परिचितों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार होने के बाद उनके दोस्तों से पैसे की डिमांड की जाती है। इसके बाद लोगों को पता चलता है कि उनके नाम पर धोखाधड़ी हुई है।
महिलाओं को दूर रहने की सलाह
सीआइडी ने महिलाओं को आगाह किया है कि साइबर ठग उनकी फोटो का दुरुपयोग कर सकते हैं। इससे बचने के लिए वे इंटरनेट मीडिया पर फोटो अपलोड करने से बचें। इन तस्वीरों के अश्लील तौर पर वायरल होने का भी खतरा बना रहता है।
बैंकों को एडवायजरी जारी
साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर सीआइडी के साइबर सेल ने बैंकों को एडवायजरी जारी की है। इनमें बैंकों को हिदायत दी हैं कि वह ट्रोल फ्री नंबरों को इंटरनेट पर समय-समय पर चेक करते रहें। ठगों ने बैंकों के नाम से अलग से टोल फ्री नंबर बना रखे हैं। बैंकों से कहा गया है कि वे खाताधारकों के नाम, पते की पूरी वेरीफिकेशन करें। अगर फिर भी ठगी हो जाए तो शिकायत तुरंत करें, क्योंकि 24 घंटे के अंदर ठग इस पैसे का इस्तेमाल कम ही करते हैं। एक बार अगर पैसा कहीं इस्तेमाल हो तो वापसी होने के आसार कम रहते हैं।