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मनाही के बावजूद फीस वसूलने पर निजी स्कूलों का रिकॉर्ड तलब, अभिभावकों को भेजे गए संदेशों की होगी जांच

छात्रों से ज्यादा फीस वसूली को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 07:15 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 07:15 PM (IST)
मनाही के बावजूद फीस वसूलने पर निजी स्कूलों का रिकॉर्ड तलब, अभिभावकों को भेजे गए संदेशों की होगी जांच

शिमला, जेएनएन। छात्रों से ज्यादा फीस वसूली को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है निदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग डॉ. अमरजीत शर्मा ने सभी स्कूलों से फीस का रिकाॅर्ड तलब किया है। विभाग ने सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्कूलों का औचक निरीक्षण करें। स्कूलों ने छात्रों के अभिभावकों को क्या मैसेज भेजे हैं, कितनी फीस वसूली गई है, इसका पूरा रिकाॅर्ड तैयार कर शिक्षा निदेशालय को भेजें।

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मंत्रिमंडल के फैसले के विपरीत फीस वसूलने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यदि जरूरी हुआ तो स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ पैनडैमिक एक्ट के खिलाफ मामले भी दर्ज किए जा सकते हैं। दैनिक जागरण ने पहली जून के अंक में "निजी स्कूलों ने ट्यूशन फीस में मर्ज कर दिए फंड" शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी।

इसके बाद छात्र अभिभावक मंच ने भी इस मामले को लेकर अतिरिक्त शिक्षा निदेशक व संयुक्त शिक्षा निदेशक को ज्ञापन सौंपा। विभाग ने सभी जिलों के उपनिदेशकों को इस पर कार्रवाई करने के आदेश जारी किए हैं। तीन महीने की फीस को स्थगित किया गया है, इसे माफ करने का मामला सरकार को भेजा जाएगा।

फीस, वेतन से लेकर हर रिकार्ड जमा करना होगा

शिक्षा विभाग ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि 2019 में जो ट्यूशन फीस तय की गई थी उसी के अनुरूप फीस ली जाए। यदि कोई स्कूल प्रबंधक ट्यूशन फीस में ही अन्य चार्जेंज को मर्ज करता है तो वह नियमों के विपरीत है। उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। शिमला जिला के उपनिदेशक ने स्कूलों से फीस, शिक्षकों की संख्या, उन्हें दिए गए वेतन से संबंधित सारा रिकाॅर्ड मंगवा लिया है। स्कार्ड और विभाग के पास आने वाली शिकायतों को देखा जाएगा। इसमें यदि कोई अनियमितता पाई जाती है तो उन स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

सख्त कार्रवाई होगी : निदेशक

मंत्रिमंडल के निर्णय के विपरीत फीस वसूलने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। सभी शिक्षा उपनिदेशकों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। शिक्षकों के वेतन में कटौती और वेतन न देने की शिकायत छात्र अभिभावक मंच के माध्यम से आई है। इसका रिकाॅर्ड भी देखा जा रहा है। निजी स्कूलों के शिक्षक उपनिदेशक को इसकी शिकायत कर सकते हैं। स्कूल प्रबंधकों पर कार्रवाई होगी। -डॉ. अमरजीत शर्मा, निदेशक उच्चतर शिक्षा


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