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शास्त्रीय संगीत से बढ़ती है सोचने की क्षमता

शास्त्रीय संगीत से सिर्फ दिल और दिमाग को ही राहत नहीं मिलती बल्कि इसे सुनने से सीखने की क्षमता और स्मृृति भी बढ़ती है। यह निष्कषर्ष फिनलैंड के शोधकर्ताओं ने निकाला है। यूनिवर्सिटी ऑफ हेलसिंकी के शोध के मुताबिक शास्त्रीय संगीत सुनने से उन जीनों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं,

By Babita kashyapEdited By: Published: Mon, 16 Mar 2015 11:54 AM (IST)Updated: Mon, 16 Mar 2015 12:08 PM (IST)
शास्त्रीय संगीत से बढ़ती है सोचने की क्षमता

फिनलैंड। शास्त्रीय संगीत से सिर्फ दिल और दिमाग को ही राहत नहीं मिलती बल्कि इसे सुनने से सीखने की क्षमता और स्मृृति भी बढ़ती है। यह निष्कषर्ष फिनलैंड के शोधकर्ताओं ने निकाला है। यूनिवर्सिटी ऑफ हेलसिंकी के शोध के मुताबिक शास्त्रीय संगीत सुनने से उन जीनों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं, जो डोपामाइन के स्राव, सिनेप्टिक न्यूरोट्रांसमिशन, सीखने की क्षमता और स्मृृति से जु़डी होती हैं। साथ ही शास्त्रीय संगीत सुनने से तंत्रिका क्षरण करने के लिए जिम्मेदार जीन कमजोर होता है। साइनुक्लीन--अल्फा ([एसएनसीए)] पर्किंसन रोग के लिए जोखिम वाला जीन माना जाता है। यह उस क्षेत्र में मौजूद होता है, जो संगीत का रझान पैदा करने के लिए जिम्मेदार होता है। माना जाता है कि एसएनसीए जीन के कारण ही संगीतमय आवाज निकालने वाली पक्षियों में संगीत सीखने की क्षमता होती है।

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