यमुना में पानी कुछ घटा, लेकिन हथनी कुंड बैराज से दिल्ली के लिए आ रहा है 'जल प्रलय'
यमुना नदी का विकराल रूप अभी बरकारा है। हथनीकुंड बैराज पर नदी में पानी का बहाव घटा है, लेकिन अब भी यह खतरे का निशान से ऊपर है। रविवार को पानी का बहाव 2.41 क्यूसेक है।
जेएनएन, चंडीगढ़/यमुनानगर। पहाड़ों पर भारी बारिश से यमुना नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है और नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। वैसे रविवार सुबह को हथनी कुंड बैराज पर जलस्तर कुछ घटा, लेकिन अभी भी यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बैराज से अभी पानी का बहाव दो लाख 41 हजार क्यूसेक है। यमुना के तटवर्ती क्षेत्र के कई गांवों में पानी घुस गया है। दूसरी अोर हथनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी दिल्ली के लिए भारी मुसीबत ला सकता है। यह दिल्ली की आेर 'जलप्रलय' की तरह अागे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने यमुना नदी में उफान और बाढ़ का हवाई सर्वे किया
शनिवार को शाम छह बजे बैराज से नदी में पानी का बहाव 6.05 लाख क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया था। शनिवार को यमुना में पानी का बहाव चार लाख से छह लाख के बीच रहा था। यह पानी दिल्ली में आज रात और साेमवार तक पहुंचेगा। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री मनोहरलाल आज हथनीकुंड बैराज और यमुना नदी में उफान से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।
यमुना नदी में उफान का जायजा लेते मुख्यमंत्री मनोहरलाल।
हथनीकुंड बैराज से यमुना में पानी का बहाव घटा, लेकिन शनिवार को छोड़ा गया पानी दिल्ली में लाएगा मुसीबत
शनिवार को यमुना ने पिछले पांच साल का रिकार्ड तोड़ दिया और नदी में पानी का बहाव लगातार बढ़ा रहा। इससे दिल्ली के लिए भी भारी खतरा उत्पन्न हो गया है। तेज बहाव से अभी भी भूमि का कटाव हो रहा है। इससे तटवर्ती इलाकों के लिए खतरा पैदा हाे गया है। हरियाणा में यमुना के आसपास के इलाके में बाढ़ आ गई है और यमुना का पानी आबादी वाले क्षेत्रों में घुस गया है। सिंचाई विभाग और प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
हरियाणा सरकार ने सेना व एनडीआरएफ से मांगी मदद, कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुसा
हरियाणा सरकार ने हालात के लगातार गंभीर होने के मद्देनजर किसी भी आपात स्िथति से निपटने के लिए सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) से मदद मांगी है। यमुना से लगते क्षेत्रों में वाट्सएप और मुनादी से लोगों को नदी की ओर नहीं जाने की चेतावनी दी जा रही है। पल-पल की रिपोर्ट ले रहे चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय के निर्देश पर आपात स्थिति से निपटने के लिए नावों और खाद्य सामग्री का इंतजाम कर लिया गया है।
यमुना नदी में जल बहाव का दृश्य।
सोम नदी सहित यमुना की अन्य सहायक नदियां भी उफान पर
हथनी कुंड बैराज पर यमुना नदी में भारी उफान अा गया है। पिछले कई दिनों से पहाड़ों में जोरदार बारिश के कारण यमुना और अन्य नदियों ने शनिवार कोे विकराल रूप धारण कर लिया। लगातार बरसात होने से यमुनानगर में बाढ़ आ गई है। हथनीकुंड पर शनिवार को शाम छह बजे हथनीकुंड बैराज से यमुना में पानी का बहाव 6.05 लाख क्यूसेक से अधिक हो गया था। रविवार को हालत में कुछ सुधार हुआ और यह दो लाख 41 हजार क्यूसेक हो गया। लेकिन, यह बहाव इसी समय शनिवार को नदी में बहाव के बराबर है। इसलिए अभी खतरा गंभीर बना हुआ है। यमुना की सहायक नदी सोम व अन्य छोटी नदियों में भी भारी उफान आ गया है।
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प्रशासन ने हाईअलर्ट जारी कर दिया है। यमुनानगर जिले के कई गावों में पानी घुस गया है। उधर, सोमनदी उफान पर आने से 200 एकड़ फसल जलमग्न हो गई। मारवा कला गांव में बरसात के पानी में डूबने से 14 वर्षीय टिंकू की मौत हो गई। लाजपतनगर में मकान गिर गया।
यमुनानगर में उफान पर यमुना नदी।
सिंचाई विभाग और प्रशासन ने बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। बैराज से हरियाणा आैर उत्तर प्रदेश नहरों की जलापूर्ति बंद कर दी गई है। नदी के कैचमेंट एरिया में बरसात अभी भी जारी है। हाइडल प्रोजेक्ट पर बिजली उत्पादन ठप हो गया है। यमुनानगर जिले के बुडि़या थाना क्षेत्र के गांव बाकरपुर सहित कई अन्य गांवों में यमुना नदी का पानी घुस गया है। यमुना में उफान से हरियाणा के 90 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा गया है।
मंदिरों और मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों से यमुना नदी की ओर न जाने की अपील की जा रही है
दूसरी आेर यमुनानगर में यमुना नदी के पास के गांवों व स्थानों पर मुनादी के संग मंदिरों और मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों से लोगों को सावधान किया जा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि यमुना नदी की ओर न जाएं और यदि कोई परिजन नदी की तरफ गया है तो उसे फौरन बुला लें।
यमुना नदी के तटवर्ती इलाके में फैला बाढ़ का पानी।
हरियाणा के कई गांवों में घुसा यमुना की बाढ़ का पानी
शुक्रवार को हथनीकुंड बैराज पर यमुना में पानी को बहाव 1.20 लाख क्यूसिक बहाव था। पश्चिमी यमुना नहर व उत्तर प्रदेश की नहरों में सप्लाई रोक देने के कारण पूरा पानी यमुना में ही छोड़ा जा रहा है। इस कारण यमुना से सटे 90 गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। यमुना की सहायक सोम नदी में भी पानी का बहाव 10 हजार क्यूसिक को पार कर गया है।
हथनीकुंड बैराज पर शनिवार को दोपहर में यमुना नदी में जल का बहाव।
उधर, शुक्रवार के बाद शनिवार को भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश हो रही है। शुक्रवार को अंबाला में 58, यमुनानगर में 51, कुरुक्षेत्र में 50, गुरुग्राम में 46, करनाल में 25, कुरुक्षेत्र में 20 और सोनीपत के गन्नौर में आठ एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा कई अन्य क्षेत्रों में भी बारिश हुई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अभी 30 जुलाई तक बारिश जारी रहने की संभावना है।
यमुनानगर जिले के बुडि़या थाना क्षेत्र के गांव बाकरपुर में घुसा यमुना नदी की बाढ़ का पानी।
सन् 2013 के बाद यमुना ने उफान के सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिए यमुना से सटे कई गांवों में पानी घुस गया है। सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर ने यमुना नदी के तटवर्ती इलाकों और हथनीकुंड बैराज कका दौरा किया। अधिकारियों के मुताबिक कैचमेंट एरिया में बरसात जारी है। अभी जलस्तर और बढ़ने की आशंका है।
पानीपत, करनाल, सोनीपत सहित कई जिलों में भी उफनती यमुना नदी का पानी तटवर्ती इलाकों में दूर-दूर तक फैल गया है। ये इलाके बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। पानीपत के तामसाबाद गांव के पास यमुना नदी का विकराल रूप दिखाई दे रहा है। फसलें जलमग्न हो गई हैं और दूर-दूर तक पानी ही पानी नजर आ रहा है। कई जिलों में यमुना का पानी आबादी वाले क्षेत्रों और गांवों में घुस गया है।
पानीपत के तामसाबाद गांव के पास यमुना नदी का विकराल रूप।
बैराज पर इस प्रकार बढ़ा जलस्तर
सुबह 7 बजे - एक लाख 80 हजार 25 क्यूसेक
सुबह 8 बजे - एक लाख 93 हजार 607,
सुबह 9 बजे- दाे लाख 11 हजार 874
सुबह 10 बजे- दो लाख 55 हजार 372
सुबह 11 बजे- तीन लाख 11 हजार 190
दोपहर12 बजे- तीन लाख 56 हजार 717
दोपहर बाद 1 बजे- चार लाख 24 हजार 763
दोपहर बाद 2 बजे- चार लाख 80 हजार 857
दोपहर बाद 3 बजे- पांच लाख तीन हजार 935
अपराह्न 4 बजे- पांच लाख 3 हजार 935
शाम पांच बजे- पांच लाख 27 हजार 372
शाम छह बजे- छह लाख पांच हजार 949।
रविवार सुबह - दो लाख 41 हजार क्यूसेक हुआ।