अभिनेत्री आलिया भट्ट के साथ स्क्रीन साझा करेगा म्हारा 'अनुज'
शहर के रहने वाले अभिनेता अनुज शर्मा करीब डेढ़ दशक से फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हैं। फिल्मों से लेकर छोटे पर्दे तक पर अनुज ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। क्राइम पेट्रोल सीरियल से सुर्खियों में आए अनुज ने कई अहम किरदार निभाकर अपनी अलग पहचान बनाई है।
सोनीपत, जागरण संवाददाता। अपनी अदाकारी से अभिनय की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान स्थापित कर चुके सोनीपत के अनुज शर्मा वेबसीरीज 'जौनपुर' में तहलका मचाने के बाद अब दिग्गज अभिनेत्री आलिया भट्ट के साथ दिखेंगे। दरअसल अनुज संजय लीला भंसाली की फिल्म गंगूबाई में आलिया भट्ट के साथ काम कर रहे हैं। शुक्रवार को फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो चुका है। फिल्म 25 फरवरी को रिलीज हो रही है जिसमें अनुज दमदार अभिनय करते नजर आ रहे हैं। इससे पहले अनुज भंसाली के साथ फिल्म पद्मावत भी कर चुके हैं।
शुक्रवार को रिलीज हुई ट्रेलर में दमदार अभिनय करते आ रहे हैं नजर
शहर के रहने वाले अभिनेता अनुज शर्मा करीब डेढ़ दशक से फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हैं। फिल्मों से लेकर छोटे पर्दे तक पर अनुज ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। क्राइम पेट्रोल सीरियल से सुर्खियों में आए अनुज ने एक के बाद एक कई अहम किरदार निभाकर अपनी अलग पहचान बनाई है। हाल में रिलीज हुई जौनपुर नाम की वेबसीरीज में माफिया डान मुन्ना बजरंगी का किरदार निभाकर अनुज सुर्खियां बटोर रहे हैं। अब गंगूबाई फिल्म में अनुज का अहम रोल है। इससे पहले सोनीपत का यह स्टार पदमावत फिल्म में भी अपने अभिनय से लोगों को आकर्षित कर चुका है। वहीं, वेब सीरीज 26-11, स्पेशल उप्स, अनदेखी, माधुरी टाकिज, टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल में भी अनुज का दमदार अभिनय देखने को मिल चुका है।
भंसाली के साथ काम करना सपना सच होने जैसा
अनुज कहते है बालीवुड के दिग्गज निर्देशक संजय भंसाली के साथ काम करना सपना सच होने जैसा है। वो संजय भंसाली के शुक्रगुजार हैं जो उन्होंने विश्वास जताया। अब 'अपनी औकात में रह गंगूबाई' (फिल्म का का एक डायलाग) बोलने का मौका संजय भंसाली ने उनको दिया है। उनके साथ काम कर अभिनय की बारिकी सीखने को मिली है। गंगूबाई के बाद अनुज की चिड़िया नाम की फिल्म रिलीज होने वाली है जिसमें देवों के देव महादेव फेम निर्देशक दीपक गर्ग ने निर्देशित किया है। दीपक गर्ग भी (पानीपत) हरियाणा के ही रहने वाले है। चिड़िया फिल्म में अनुज लीड रोल प्ले कर रहे हैं। इसमें एक ऐसे इंसान का संघर्ष दिखाया गया है, जो घने जंगल में फंस जाता है।
पापा ने कहा था, फौजी के बेटे हो कभी हार मत मानना
अभिनय में इस मुकाम पर पहुंचाने का श्रेय अनुज अपनी माता सुशीला और पिता ओमप्रकाश को देते हैं। अनुज बताते हैं कि उनके पिता ओमप्रकाश शर्मा एयरफोर्स में थे, जिनका अब निधन हो चुका है। वर्ष 2005 में जब वह पहली बार मुंबई गया था तो वहां भीड़भाड़ देखकर घबरा गया था। ऐसे में उसने तुरंत वापसी का मन बना लिया, लेकिन तभी उनके पिता ने फोन किया और पूछा कि क्या वह सही सलामत पहुंच गया है। पिता ने कहा कि तुम एक फौजी के बेटे हो। न तो हार मानोगे और न ही घबराओगे। इसी प्रोत्साहन ने अनुज की जिंदगी बदल दी और फिर उन्होंने वापस मुड़कर नहीं देखा।