Move to Jagran APP

Sonipat: विदेशी कॉल को लोकल करके चोरी से सुनवाने के 3 आरोपित गिरफ्तार, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए था बड़ा खतरा

साइबर थाना पुलिस ने विदेशी काल को लाेकल वायस काल बनाकर आठ राज्यों के लोगों को सुनवाने वाले गैंग के तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपित विदेशी काल को सरकार की निगरानी के बिना चोरी से लोगों को सुनवाते थे। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए था बड़ा खतरा

By Dharampal AryaEdited By: Abhi MalviyaPublished: Fri, 25 Nov 2022 05:53 PM (IST)Updated: Fri, 25 Nov 2022 05:53 PM (IST)
Sonipat: विदेशी कॉल को लोकल करके चोरी से सुनवाने के 3 आरोपित गिरफ्तार, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए था बड़ा खतरा
विदेशी कॉल को लोकल करके चोरी से सुनवाने के 3 आरोपित गिरफ्तार। (फोटो जागरण)

सोनीपत, जागरण संवाददाता। साइबर थाना पुलिस ने विदेशी काल को लाेकल वायस काल बनाकर आठ राज्यों के लोगों को सुनवाने वाले गैंग के तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपित विदेशी काल को सरकार की निगरानी के बिना चोरी से लोगों को सुनवाते थे। इससे सरकार को आर्थिक नुकसान होने के साथ ही राष्ट्र सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न हो गया था। पुलिस ने दो आरोपितों को जेल भेज दिया है। वहीं मुख्य आरोपित को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। गैंग की मुखिया हांगकांग की रहने वाली दो महिलाएं हैं।

loksabha election banner

यह था मामला 

साइबर थाना पुलिस ने 14 अक्टूबर को रामनगर स्थित पत्थर वाली गली में सुनील कुमार के मकान पर छापामारी की थी। उसके यहां पर फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज पकड़ा गया था। वह बिना लाइसेंस के विदेश से आने वाली वायस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल(वीओआइपी)काल को लोकर बनाकर देश के कई राज्यों के लोगों तक पहुंचाते थे। इन विदेशी काल पर सरकार की निगरानी नहीं थी। इसके साथ ही सरकार को बड़े स्तर पर राजस्व की क्षति हो रही थी।

किराए पर लिया गया था मकान 

पुलिस जांच में सामने आया कि सुनील कुमार का घर एकांत में पड़ता है। वहां पर ज्यादा लोगों की आवाजाही नहीं है। सुनील कुमार के घर को रामनगर के ही रहने वाले राजकमल पांडे ने किराए पर लिया हुआ था। वह सरकारी निगरानी से छिपाकर एक्सचेंज चला रहा था। पुलिस ने उसको भी गिरफ्तार कर लिया था। आरोपित सुनील कुमार और राजकमल पांडे को पुलिस ने जेल भेज दिया था। आरोपितों ने पुलिस को एक्सचेंज का संचालन कराने वाले मास्टरमाइंड की जानकारी दी थी।

देहरादून का रहने वाला है मास्टरमाइंड 

पुलिस ने देहरादून के संगम विहार के रहने वाले अनुराग गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से एक लैपटाप और 22 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। अनुराग गुप्ता को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। कंप्यूटर के मास्टरमाइंड अनुराग ने बताया कि हांगकांग की रहने वाली महिला मिस मेडिसिन व मिस सेमहुई से इंटरनेट मीडिया पर हुई थी। उक्त महिलाओं ने अनुराग को इस तरह के फर्जी एक्सचेंज चलाने का आइडिया दिया था।

हांगकांग से होता था गैंग का संचालन 

दोनों महिलाएं हांगकांग से इस गैंग का संचालन करती थीं। वह कनाडा, यूएसए और हांगकांग आदि देशों से आने वाली काल को अनुराग गुप्ता के फर्जी एक्सचेंज में भेजती थीं। वह इन काल को फर्जी एक्सचेंज में वायस काल में बदलकर संदिग्ध लोगों को सुनवाता था। यह जम्मू कश्मीर, पंजाब, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट, मध्यप्रदेश और दिल्ली के लोगों से बातचीत कराते थे। पुलिस इनको संदिग्ध मानकर चल रही है।

यह होती हैं वीओआइपी काल 

वायस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल तकनीक से यह संवाद होता है। इसमें काल को वायस पैकेज के रूप में भेजा जाता है। इसको एक्सचेंज में परिवर्तत करके वायस काल बना लिया जाता है। इसके लिए किसी वायर लाइन की जरूरत नहीं होती है। इस तरह के एक्सचेंज के लिए 2.50 करोड़ रुपये की सरकारी फीस होने के साथ ही काल की निगरानी होती है।

बिना सत्यापन के किराए पर न दें मकान 

हमारी टीम गैंग के अन्य सदस्यों और इनके देशद्रोही मंसूबों की जांच कर रहे हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि इनके संबंध अन्य किन देशों में थे। वहीं देश में इनके अन्य सूत्रों की जानकारी की जा रही है। किसी को भी अपना मकान बिना एग्रीमेंट और सत्यापन के ना दें। बिना एग्रीमेंट वाले मकान में संदिग्ध गतिविधि चलने पर मकान मालिक को भी जेल भेजा जाएगा। सुनील को इसी आरोप में जेल भेजा गया है।

यह भी पढ़ें- Sonipat Crime: विदेश से पार्सल के नाम पर साइबर ठगी के गिरोह का पर्दाफाश, नाइजीरियन युवक के साथ महिला गिरफ्तार

यह भी पढ़ें- Sonipat: देश-विदेशों में 500 से ज्यादा साइबर ठगी, तीन नाइजीरियन समेत चार गिरफ्तार; मुख्य आरोपित अभी भी फरार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.