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अपने घर से दीप जलाने की शुरुआत करे

फोटो: 50 जागरण संवाददाता, गोहाना : राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मंडी के प्रवक्ता कृष्ण द

By Edited By: Published: Mon, 20 Oct 2014 06:25 PM (IST)Updated: Mon, 20 Oct 2014 06:25 PM (IST)

फोटो: 50

जागरण संवाददाता, गोहाना : राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मंडी के प्रवक्ता कृष्ण दुरेजा ने कहा कि पटाखा रहित दीपावली मनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर से शुरुआत करनी चाहिए। प्रत्येक अभिभावक को अपने बच्चों को भी इसके लिए जागरूक करना होगा। पटाखा रहित दीपावली के लिए स्कूलों में जहा शिक्षक ने विद्यार्थियों को जागरूक करना चाहिए, वहीं सामाजिक संगठनों ने जागरुकता अभियान चलाने चाहिए। पटाखे फोड़ने से जहा पर्यावरण को होने वाले नुकसान के प्रति भी लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए। दीपावली दीपों का त्योहार है, इसलिए इस पर्व पर मोमबत्ती न जलाकर दीप जलाने चाहिए।

आतिशबाजी से दोहरा नुकसान

पूर्व प्राचार्य ओडी शर्मा ने कहा कि दीपावली के पर्व पर आतिशबाजी करने से दोहरा नुकसान होता है। सबसे अधिक नुकसान तो पटाखों से प्रदूषण फैलने से पर्यावरण में होता है। वहीं पैसे की भी बर्बादी भी होती है। कई बार बच्चे भी पटाखों की चपेट में आने से जख्मी हो जाते है। प्रशासन को चाहिए कि शोर व धुआ फैलाने वाले पटाखों की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगे। आतिशबाजी से खुले आसमान में उड़ने वाले पक्षियों को जान जोखिम में पड़ जाती है। दीपावली के पर्व पर वातावरण में अधिक धुआ फैलने से रोगियों को सास लेना भी मुश्किल हो जाता है। देश में विदेशी बिजली उपकरण व आतिशबाजी का कारोबार बढ़ा है। देश के लोगों को जागरूक होकर ऐसे विदेशी सामान की कभी खरीददारी नहीं करनी चाहिए जिससे पर्यावरण को नुकसान हो। दीपावली दीपों पर्व है। भगवान राम के वनवास के बाद अयोध्या लौटने पर लोगों ने घी के दीपक जलाकर इस पर्व को शुरू किया था। वर्तमान में इस पर्व को मनाने के तरीके बदल चुके है। दीपावली को परंपरागत ढग से मनाते हुए दीप जलाने चाहिए।


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