12 साल बाद पत्नी बन गई बहन और पति को बांध दी राखी, अब पैदा हुई अजीब हालत
पति से झगड़ा हुआ तो पत्नी ने रक्षाबंधन के दिन पति को राखी बांध दी। चार दिन शरम के कारण पति चुप रहा, लेकिन अब वह तलाक के लिए थाने पहुंच गया है।
रोहतक [विनीत तोमर]। पति-पत्नी 12 साल से साथ रहे थे। दो बच्चे भी हैं। मामूली बात पर रक्षाबंधन के दिन पति-पत्नी में झगड़ा हुआ। उसके बाद पत्नी ने जो किया, पति ने उसकी कल्पना भी नहीं की होगी। उसने गुस्से में आकर पति की कलाई पर राखी बांध दी। इससे पति सन्न रह गया। अब उसका कहना है कि जब पत्नी ने राखी बांध दी तो बहन हो गई। दूसरी तरफ पत्नी भी उसे शराबी बताते हुए साथ रहने से इन्कार कर कर रही है।
पत्नी के राखी बांध देने के बाद पति ने इसे दिल पर ले लिया। वह तीन दिन तक घर से नहीं निकला। चौथे दिन निकला तो सीधे थाने पहुंच गया। घटना की जानकारी देते हुए पत्नी से तलाक दिलाने की मांग की। उसकी कहानी सुन पुलिस अधिकारी भी चौक गए? उन्होंने समझौता कराने के लिए दोनों को कम्युनिटी लायजन ग्रुप (सीएलजी) के पास भेज दिया। वहां दोनों को समझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। सीएलजी में पुलिस दंपतियों एवं अन्य सामाजिक विवादों का समझौता कराने का प्रयास करती है।
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पति का कहना है कि कलाई पर इस घटना जानकारी आस पड़ोस के लोगों तक पहुंच गई। कई लोगों ने तो उसे ताने देना शुरू कर दिया। तानों के डर से कई दिन तक वह घर से बाहर ही नहीं निकल पाया। अब उसने निर्णय लिया है कि पत्नी से तलाक लेकर रिश्ता खत्म कर देने में ही बेहतरी है।
पति का कहना है कि कलाई पर राखी बहन द्वारा बांधी जाती है, इसलिए इस पवित्र धागे की गरिमा बरकरार रहनी चाहिए। पति का पक्ष सुनने के बाद पत्नी को बुलाया गया। उसने पति पर शराब पीकर झगड़ा और मारपीट करने का आरोप लगाया। उसने भी कहा कि ऐसे रिश्ते का क्या फायदा, जिसमें रोजाना के झगड़े रहते हों।
उम्मीद है कि बरकरार रहेगा रिश्ता
रोहतक सीएलजी के प्रभारी सुभाष गुप्ता का कहना है कि हमारे पास पहली बार ऐसा मामला आया है। सीएलजी में हम दहेज उत्पीड़न, आपसी मनमुटाव जैसे विवादों में समझौता कराने का प्रयास करते हैं। ज्यादातर मामलों में समझौता हो जाता है। दोनों की काउंसिलिंग की जा रही है। समझौता करा दिया जाएगा। उनके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। हम बच्चों के भविष्य का भी हवाला देंगे।