विदेशी नागरिकता मामला, हरियाणा में भी 40 हजार लोगों की पहचान संदिग्ध
असम में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा गरम होने के बाद हरियाणा में भी यह मामला उठ रहा है। हरियाणा में भी 40 हजार अधिक संदिग्ध पहचान वाले लोग हैं।
रोहतक, [विनीत तोमर]। असम में 40 लाख लोगों की नागरिकता संदिग्ध है। उस पर संसद में बवाल हो रहा है। लेकिन ऐसे लोग केवल असम में ही नहीं, हरियाणा में भी हैं। खुफिया एजेंसियों के अनुमान के मुताबिक हरियाणा में इनकी संख्या 40 हजार के लगभग है। ऐसे लोग हरियाणा के आैद्योगिक शहरों में ज्यादा है।
प्रदेश के कई शहरों में हैं ऐसे लोग, खुफिया एजेंसी करा चुकी है जांच
ऐसे लोग रोहतक, पानीपत, अंबाला, हिसार, सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद आदि। पुरुष फैक्टरियों में काम करते हैं। इधर-उधर मजदूरी करते हैं और महिलाएं घरों में काम करती हैं। ये सभी यहां परिवर्तित नामों से रहते हैं। उन्हें काम देने वाले भी उनका कोई पहचान पत्र नहीं देखते। वजह यह कि वह कम मजदूरी पर काम करने के लिए राजी हो जाते हैं।
यह भी पढ़ें: दो साल से गायब पति के साथ पत्नी ने ही किया था ऐसा, कोर्ट ने सुनाया यह फैसला
रोहतक में ही दो हजार से अधिक लोग करीब 20 स्थानों पर डेरे बनाकर रह रहे हैं। एक डेरे में करीब 20 परिवार हैं। पिछले दिनों रोहिंग्या मुस्लिमों को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया था। तब गृह मंत्रालय के निर्देश पर सभी प्रदेशों से इनकी जानकारी जुटाई गई थी। हरियाणा से भी खुफिया विभाग ने इनका डाटा एकत्र किया था। तब यह बात सामने आई थी कि ऐसे लोगों के पास वहां का न तो कोई पहचान पत्र और न ही कोई अन्य प्रमाण पत्र।
खुफिया विभाग ने उनकी नागरिकता पर संदेह जताते हुए रिपोर्ट चंडीगढ़ मुख्यालय को भेज दी थी। इस रिपोर्ट को असम सरकार के पास भेजकर वहां से भी जानकारी मंगाई गई थी कि इस नाम और पते पर कोई रहता है या फिर नहीं। असम सरकार ने अपनी जांच पड़ताल के बाद जवाब दिया था कि इनमें से काफी लोगों का कोई रिकार्ड उनके पास नहीं है। हालांकि इस रिपोर्ट के बाद अभी तक भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
--------
450 लोगों की वेरीफिकेशन रिपोर्ट मिली थी दो साल बाद
रोहतक में खुफिया विभाग ने करीब दो साल पहले असम सरकार से 450 लोगों का वेरीफिकेशन कराए जाने के लिए लिखा था। वहां से दो साल बाद जवाब आया। रिपोर्ट में 50 फीसद लोगों के नाम-पतों की जानकारी असम सरकार के पास उपलब्ध नहीं थी। रिपोर्ट मिलने के बाद उनके रोहतक स्थित डेरे में जब एजेंसी के लोग जांच करने पहुंचे तो वह ठिकाना छोड़कर कहीं और जा चुके थे। बीते माह भी असम सरकार से रिपोर्ट मिली हैं, जिसमें कई लोगों की जानकारी नहीं होने का जिक्र है।
-----------
संदिग्ध पहचान वालों की अनुमानित संख्या
रोहतक - 2000
गुरुग्राम - 10,000
फरीदाबाद- 10,000
सोनीपत- 5000
पलवल- 3000
पानीपत- 3000
नूंह- 2000
रेवाड़ी- 2000
अन्य - 3000
------------
'' बिना नागरिकता के जो लोग रह रहे हैं, उनकी समय-समय पर वेरीफिकेशन कराते हैं। अगर ऐसा कोई मामला है तो इनकी फिर से जांच कराई जाएगी।
- संदीप खिरवार, आइजी, रोहतक रेंज।