ईरान की मोहसिन कंपनी को अडानी ग्रुप ने खरीदा, चावल बाजार में हलचल
ईरान की मोहसिन कंपनी को अडानी ग्रुप ने खरीदा है। इससे चावल बाजार में हलचल है। मोहसिन कंपनी भारत से 30-35 फीसद चावल खरीदती है।
पानीपत [महावीर गोयल]। ईरान की सबसे बड़ी चावल कंपनी मोहसिन को अडानी ग्रुप ने वहां की शिरिनसाल कंपनी संग मिलकर 550 लाख डॉलर में खरीद लिया है। मोहसिन कंपनी भारत का सबसे ज्यादा बासमती चावल खरीदती थी। वहीं प्रदेश के चावल निर्यातकों का मोहसिन कंपनी पर 400 करोड़ रुपये से अधिक बकाया हैं। इस सौदे से चावल निर्यातकों को उम्मीद है कि यदि अडानी ग्रुप ने मोहसिन ब्रांड की लायबिलिटी भी ली है तो उनका बकाया मिलने की राह खुल जाएगी।
प्रदेश से 40 हजार करोड़ से अधिक का चावल निर्यात होता है। इसमें से ज्यादातर बासमती चावल ईरान जाता है। इस सौदे के बाद अडानी ग्रुप देश में ही खरीद कर चावल का निर्यात करेगा। इस सौदे पर चावल निर्यातकों की मिलीजुली प्रतिक्रिया आई है। कुछ का कहना है कि इससे ईरान में भारतीय कंपनियों की पकड़ और मजबूत होगी। कुछ निर्यातकों का मानना है कि ईरान में उनके बाजार शेयर में कमी आएगी। इससे क्या लाभ होगा। इसका आकलन अभी बाकी है।
10 लाख टन चावल की खरीद
ईरान एक वर्ष में भारत से लगभग 10 लाख टन चावल खरीदता है। इसमें मोहसिन की हिस्सेदारी 30-35 फीसद है। कमोडिटी बाजार में ईरान की चावल कंपनी में इस तरह का ये पहला निवेश माना जा रहा है।
बकाया नहीं मिलने से बंद हो चुकी कई राइस मिल
चावल निर्यातक रोहित गर्ग का कहना है कि मोहसिन कंपनी पर निर्यातकों का 300-400 करोड़ रुपये बकाया है, जिस कारण प्रदेश में बेस्ट फूड चावल कंपनी बंद हो चुकी है। तरावड़ी के चार निर्यातकों का भी कंपनी पर बकाया है। मोहसिन ब्रांड अडानी ग्रुप का होने से चावल कारोबारियों को राहत मिलेगी।
पानीपत में लगेगा चावल मिल
अडानी ग्रुप ने पानीपत-रोहतक हाईवे पर नौल्था गांव के नजदीक 40-50 एकड़ जमीन खरीदी है। इसमें चावल मिल लगाने की तैयारी है। इससे इस क्षेत्र के धान उत्पादक किसानों को लाभ मिलेगा।
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