दुष्कर्म के कारण सात माह की गर्भवती हुई बेटी को घुमाता रहा पिता पर...
दुष्कर्म के कारण गर्भवती हुई बेटी के इलाज के लिए पिता भटकता रहा, लेकिन अस्पताल व पुलिस एक-दूसरे के पास जाने के लिए कहते रहे।
जेएनएन, पानीपत। साहब, मेरी बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ। बेटी सात माह के गर्भ से है। दर्द से छटपटाती बेटी को अस्पताल लेकर जाता हूं तो डॉक्टर कहते हैं कि पुलिस साथ लेकर आओ। पुलिस के पास जाता हूं तो कहा जाता है कि इलाज में हमारा क्या काम।
गत दिवस सायं करीब साढ़े चार बजे सीजेएम व जिला विधिक प्राधिकरण के सचिव मोहित अग्रवाल केे ऑफिस पहुंचकर एक व्यक्ति ने बिलखते हुए दुखड़ा सुनाया। दुष्कर्म पीडि़ता और उसकी मां भी साथ रही। सीजेएम ने इस प्रकरण में पहले महिला थाना प्रभारी को सिविल अस्पताल में तलब किया। इसके बाद सीएमओ डॉ. इंद्रजीत धनखड़ से फोन पर बात की।
करीब सवा पांच बजे सीजेएम दुष्कर्म पीड़िता को लेकर सिविल अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे। इमरजेंसी पहुंची डॉक्टर ने पीडि़ता का चेकअप किया। महिला थाना प्रभारी ने सीजेएम को बताया कि घटना 13 जनवरी की है। शिकायत पर 19 सितंबर को पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया। पीडि़ता का अल्ट्रासाउंड कराया है। आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में भी पेश कर दिया गया है।
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सीजेएम मोहित अग्रवाल ने बताया कि दुष्कर्म पीडि़ता कभी भी किसी भी अस्पताल में इलाज के लिए जा सकती है। बेहतर इलाज नहीं मिलने पर डॉक्टर को एक वर्ष की सजा का प्रावधान है।
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