खेतों में खड़े सोने पर रात भर कड़कती रही बिजली, कुरुक्षेत्र के किसानों की नींद हराम
कुरुक्षेत्र में बिगड़े मौसम से किसानों की सांसें थमी रहीं। शाहाबाद में एक एमएम और थानेसर खंड में 0.5 एमएम बारिश हुई। बुधवार की सुबह किसानों के लिए राहत भरी रही और सुबह ही आसमान साफ होने पर अच्छी धूप खिली।
कुरुक्षेत्र, जेएनएन। किसानों के खेतों में खड़े पीले सोने पर मंगलवार-बुधवार की रात भर बिजली कड़कती रही। बिजली की कड़क के साथ तेज हवा और कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी से किसानों की नींद हराम रही। आधी रात के बाद मौसम बिगड़ने पर शाहाबाद में एक एमएम और थानेसर खंड में 0.5 एमएम बारिश दर्ज की गई है।
रात भर किसान को खेत में पककर तैयार खड़ी गेहूं की फसल के साथ-साथ अनाज मंडी में पड़ी गेहूं के भी बारिश में भीगकर खराब होने की चिंता सताती रही। हालांकि बुधवार की सुबह किसानों के लिए राहत भरी रही और सुबह ही आसमान साफ होने पर अच्छी धूप खिली। बूंदाबांदी के चलते न्यूनतम तापमान तीन डिग्री तक कम होेकर 18 डिग्री सेल्सियस रहा है। मौसम विशेषज्ञों ने अधिकतम तापमान में भी दो डिग्री तक कमी रहने का अनुमान जताया है।
पांच और 6 अप्रैल को था बारिश का पूर्वानुमान
पिछले दो दिनों से आसमान में बादल छाए हुए थे। मौसम विशेषज्ञों ने कई दिन पहले ही पांच और छह अप्रैल को आसमान में बादल छाए रहने के साथ-साथ गरज व चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी के आसार जताए थे। ऐसे में मंगलवार को दिन भर आसमान में बादल छाए रहे और रात में बिजली चमकने लगी। मंगलवार की आधी रात के बाद तेज हवाओं और गरज के साथ कई जगहों पर बूंदाबांदी शुरू हो गई। इससे कई इलाकों की बिजली गुुल हो गई। रात में करीब दो घंटे पर आसमान में बिजली कड़कती रही।
हल्की बूंदाबांदी से कोई नुकसान नहीं
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ संयोजक डा. प्रद्युम्म्न भटनागर ने बताया कि हल्की बूंदाबांदी से फसलों को कोई नुकसान नहीं है। इन दिनों में तेज बारिश गेहूं और सरसों की फसल को नुकसान पहुंचा सकती है। अब अगले कई दिनों तक मौसम साफ रहने का अनुमान है।
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