जागरण एक्सक्लूसिव: हरियाणा में एक और घोटाले का खुलासा, हुआ 1100 करोड़ का GST घोटाला
हरियाणा में एक और बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। राज्य में 1100 करोड़ रुपये के जीएसटी का पता चला है। यह घोटाला फर्जी फर्म और कंपनियां बनाकर किया गया है।
अंबाला, [दीपक बहल]। हरियाणा में एक और बड़ा घोटाला सामने आया है। इस बार 1100 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले का खुलासा हुआ है। कागजों में फर्म बनाकर सरकार से इनपुट क्रेडिट टैक्स (आइटीसी) लेने का 1100 करोड़ से अधिक का एक और जीसटी ( वस्तु एवं सेवा कर अथवा गुड्स एंड सर्विस टैक्स ) घोटाला उजागर हुआ है। हरियाणा में 69 फर्जी फर्में बनाकर यह फर्जीवाड़ा किया गया।
कागजों में बनाई गईं 69 फर्मों ने 78 अरब 65 लाख से अधिक का दिखाया कारोबार
सबसे अधिक फर्जी फर्में गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक और सोनीपत में बनाई गईं। इन फर्मों ने यहां से पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में माल बेचना दर्शाया। कुछ ने खरीद दिल्ली से तो कुछ ने कहीं से कुछ खरीद नहीं दिखाई। जून 2020 में इन फर्जी फर्मों के रजिस्ट्रेशन रद कर दिए गए। इन फर्मों ने 78 अरब 65 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार दिखाकर सरकार से अरबों रुपयों का इनपुट क्रेडिट ले लिया। हालांकि घोटाला उजागर होने के बाद आनन फानन में 28.54 लाख रुपये की रिकवरी भी की जा चुकी है। हाल ही में राज्य सरकार को पेश की गई रिपोर्ट में इस घोटाले जानकारी सामने आई।
अंबाला में नौ करोड़ का इनपुट क्रेडिट लिया
रिपोर्ट के अनुसार, अंबाला में तीन और फर्जी फर्मों का पता चला। इन फर्मों ने 59 करोड़ 7 लाख 65 हजार रुपये के बिल काटे और सरकार से करीब नौ करोड़ का इनपुट क्रेडिट ले लिया। हरकत में आए आबकारी एवं कराधान विभाग ने 4 लाख 31 हजार 562 रुपये की रिकवरी भी की। अभी भी 9 करोड़ रुपये की रिकवरी बाकी है। फरीदाबाद नार्थ में 9 और साउथ में तीन फर्जी फर्में बनाई गईं।
आनन-फानन में 28.54 लाख की रिकवरी, जून में रद किए गए थे रजिस्ट्रेशन
रिपोर्ट के अनुसार, नार्थ में 6 अरब 77 करोड़ 22 लाख 97 हजार 557 रुपये की खरीद दिखाकर सरकार से एक अरब 9 करोड़ 53 लाख 73 हजार 770 रुपये का इनपुट क्रेडिट जबकि साउथ में एक अरब 3 करोड़ 64 लाख 47 हजार 350 रुपये का इनपुट क्रेडिट लिया गया। गुरुग्राम नार्थ में पांच फर्जी फर्में बनाकर 8 अरब 17 करोड़ 73 लाख 4 हजार 247 रुपये का कारोबार दिखाकर 95 करोड़ से अधिक का इनपुट क्रेडिट लिया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, गुरुग्राम साउथ में एक फर्जी फर्म ने 12 करोड़ 29 लाख का कारोबार दिखा 4 करोड़ से अधिक का इनपुट सरकार से ले लिया। सोनीपत में सात फर्जी फर्में बनाकर 3 अरब 55 करोड़ 84 लाख 21 हजार 178 रुपये का कारोबार दिखाकर एक अरब 17 करोड़ 36 लाख का इनपुट लिया गया।
रिपोर्ट केे अनुसार, इसी प्रकार भिवानी में दो फर्जी फर्में बनाकर 7 अरब 39 करोड़ 16 लाख 22 हजार 915 रुपये का कारोबार कर 74 करोड़ से अधिक का इनपुट लिया। पानीपत में 6, करनाल में 1, फतेहाबाद में 1, रोहतक में 6, सिरसा में 4, रेवाड़ी में 1, पलवल में 1, कैथल में 2, जींद में 1, झज्जर में 2, जगाधरी में और हिसार में दो फर्जी फर्में बनाकर राजस्व का नुकसान किया गया। अंबाला डीईटीसी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि अंबाला में तीन मामले नए सामने आए हैं जिस पर कार्रवाई की जा रही है।
पिछले साल भी सामने आया था जीएसटी घोटाला
मई 2019 और दिसंबर 2019 में भी हरियाणा और पंजाब में फर्जी फर्मे बनाकर कारोबारियों एवं उद्योगपतियों को 18 फीसद भुगतान के बिल पांच से छह फीसद कमीशन लेकर बना दिए गए थे। अंबाला में 16 फर्जी फर्में बनाकर कारोबारियों ने सरकार से 18 फीसद का इनपुट क्रेडिट भी ले लिया था।
छह मामलों में कारोबारियों ने करीब 35 करोड़ का कारोबार दिखाकर सरकार से छह करोड़ रुपये का लाभ ले लिया गया। फर्जी फर्म के नाम पर जून 2018 से जनवरी 2019 तक सात करोड़ 76 लाख 45 हजार 804 रुपये के खरीद बिल जारी हुए थे, जबकि फर्म ने इसी अवधि के दौरान 11 करोड़ 54 लाख 8 हजार 307 रुपये के बिल जारी किए थे।
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