Exclusive Interview: विशेष साक्षात्कार में बोले विवेक बंसल, एक महीना दीजिए, तैयार है हरियाणा कांग्रेस का पूरा संगठन
हरियाणा में नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद उपजे विवाद पर हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी विवेक बंसल से दैनिक जागरण की से विशेष बातचीत की। कहा कि कुलदीप बिश्नोई और कुमारी सैलजा को पार्टी के राष्ट्रीय संगठन में एडजस्ट किया जाना चाहिए।
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस में नए अध्यक्ष और चार कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति के बावजूद पार्टी प्रभारी विवेक बंसल की परेशानी कम नहीं हुई है। उन्हें पूरे प्रदेश से अलग-अलग तरह के फोन आ रहे हैं। कोई उदयभान को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का विरोध कर रहा है तो कोई उदयभान के अध्यक्ष बनने से मजबूत हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तारीफ कर रहा है।
कुमारी सैलजा को पद से हटाने तथा कुलदीप बिश्नोई को संगठन में जिम्मेदारी नहीं मिलने से भी उनके समर्थकों में आक्रोश है। उदयभान और उनके चार कार्यकारी अध्यक्षों की टीम चार मई को चंडीगढ़ में कार्यभार ग्रहण करेगी। पार्टी प्रभारी विवेक बंसल भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। कांग्रेस के मौजूदा हालात पर दैनिक जागरण ने विवेक बंसल से बातचीत की। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश...
सवाल - कांग्रेस को नया प्रदेश अध्यक्ष और चार कार्यकारी अध्यक्ष मिल गए। क्या आपको लगता है कि अब सब कुछ ठीक हो गया?
जवाब - कांग्रेस बहुत बड़ी पार्टी है। यहां लोकतांत्रिक तरीके से सबकी सुनवाई के बाद फैसले लिए जाते हैं। नए अध्यक्ष ऊर्जावान हैं। उनकी टीम भी मजबूत है, जिसमें सभी का प्रतिनिधित्व है। सब कुछ ठीक-ठाक है।
सवाल - कांग्रेस में पिछले आठ साल से संगठन नहीं बन पाया। कार्यकर्ता असमंजस में रहे। संगठन बनाने को लेकर नई टीम का क्या टास्क रहेगा?
जवाब - संगठन नहीं बन पाने के पीछे कई कारण रहे हैं। मैं मानता हूं कि मैं अपना दायित्व ठीक से नहीं निभा पाया। अब सिर्फ एक महीना दीजिए। प्रदेश पदाधिकारियों व जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी जाएगी। ब्लाक अध्यक्ष बाद में बनेंगे।
सवाल - फरीदाबाद में भूपेंद्र सिंह हुड्डा व नए अध्यक्ष उदयभान का विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम था। पहले ही कार्यक्रम में गुटबाजी सामने आ गई। तीन कार्यकारी अध्यक्ष गायब थे?
जवाब - हां, इसकी जानकारी मुझे भी मिली है। हमारी एक कार्यकारी अध्यक्ष श्रुति चौधरी को कोविड हो गया है। बाकी दो कार्यकारी अध्यक्ष क्यों नहीं आए, इस बारे में उनसे पूछा जाएगा और साथ ही यह सुनिश्चित होगा कि पूरे प्रदेश में हर जगह पूरी कांग्रेस एकजुट दिखाई दे। तभी हम गठबंधन सरकार के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ सकेंगे।
सवाल - कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि कुलदीप बिश्नोई पार्टी के अच्छे प्रदेश अध्यक्ष होते?
जवाब - आपने उनके शब्दों पर गौर नहीं किया शायद। उन्होंने कहा है कि सैलजा अच्छी अध्यक्ष थीं। कुलदीप बिश्नोई भी अच्छे अध्यक्ष साबित हो सकते थे। मौका किसी एक को ही मिलता है। पार्टी के लिए काम सभी करते हैं।
सवाल - कुलदीप बिश्नोई और उनके समर्थकों में खास नाराजगी देखने को मिल रही है। वह राहुल गांधी से मिलने के बाद कोई ठोस फैसला लेने वाले हैं?
जवाब - कुलदीप हमारी टीम के मजबूत साथी हैं। हम उन्हें मना लेंगे। थोड़ी बहुत नाराजगी जरूर होती है। कार्यकर्ता भी मायूस होते हैं, मगर उन्हें ऐसा करने की जरूरत नहीं है। वह कहीं नहीं जा रहे हैं। कांग्रेसी हैं और कांग्रेसी ही रहेंगे। यह कह सकते हैं स्थिति नाजुक है मगर नियंत्रण में भी है।
सवाल - कुमारी सैलजा और कुलदीप बिश्नोई दोनों ही पार्टी की रीढ़ हैं। क्या उन्हें पार्टी की नेशनल बाडी में एडजस्ट किया जाएगा?
जवाब - इसमें कोई शक नहीं कि दोनों हमारे मजबूत नेता हैं। मेरा मानना है कि उन्हें नेशनल स्तर पर एडजस्ट किया ही जाना चाहिए।
सवाल - हरियाणा कांग्रेस की बागडोर अब पूरी तरह से भूपेंद्र सिंह हुड्डा के हाथों में आ गई है। क्या आपको किसी खास चमत्कार की आस है?
जवाब - हुड्डा हमारी पार्टी के सर्वमान्य और बड़े नेता हैं। दो बार हरियाणा के सीएम रह चुके हैं। विपक्ष के नेता हैं। उनके नेतृत्व में पार्टी निरंतर मजबूत होगी और गठबंधन की सरकार चलता बनेगी।