हरियाणा मेंं गणेशोत्सव की धूम, गूंजा गणपति बप्पा मोरिया का घोष
सोमवार से दस दिनों तक चलने वाला गणेशोत्सव शुरू हो गया। पहले दिन प्रदेशभर में लोग गणपति को स्थापना के लिए अपने घर ले जाते दिखे।
चंडीगढ़, [वेब डेस्क]। देशभर में सोमवार से दस दिनों तक चलने वाला गणेशोत्सव शुरू हो गया है। इस बार हरियाणा में भी गणेशोत्सव की धूम देखने को मिल रही है। पहले दिन प्रदेशभर में लोग अपने घरों और पांडाल में स्थापित करने के लिए गणेश प्रतिमाओं को ले जाते दिखे। जगह-जगह बाबा को भोग लगाया गया और पूजा अर्चना की गई।
खास बात यह है कि इस बार पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए कई जगहों पर इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाओं पर भी जोर दिया जा रहा है। यहां पानीपत मेंं एक विशाल शोभायात्रा निकाली गई। इसमें करीब 300 से ज्यादा तो मराठी परिवारोंं ने भाग लिया।
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गणेश चतुर्थी पर शुभ मुहूर्त
इस बार चतुर्थी वाले दिन काफी अच्छे संयोग बन रहे हैं। रविवार शाम 6 बजकर 54 मिनट से चतुर्थी लग जाएगी जो कि 5 सितंबर को रात 9 बजकर 10 मिनट पर समाप्त होगी। बप्पा की पूजा और स्थापना सोमवार को सुबह से लेकर रात 9:10 के बीच में कर सकते हैं।
पानीपत में भगवान गणेश की पूजा अर्चना के लिए उमड़े भक्त।
वैसे पूजा का सबसे अच्छा वक्त सोमवार को दिन के 11 बजे से लेकर दोपहर के 1 बजकर 38 मिनट तक का है। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी के 10 दिन तक गणेश उत्सव मनाया जाता है।
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बहादुरगढ़ में बनाया सबसे ऊंचा गणेश
बहादुरगढ़ में इलाकेे का सबसे ऊंचा गणेश बनाया गया। भक्तों ने 74 फीट ऊंची गणेश जी की प्रतिमा बनाई। इतने ऊंचे गणेश जी को देखने के लिए इलाके के लोग उमड़ पड़े।
ऐसे करें पूजा
इस महापर्व पर लोग प्रातः काल उठकर सोने, चांदी, तांबे और मिट्टी के गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर षोडशोपचार विधि से उनका पूजन करते हैं। पूजन के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर ब्राह्मणों को दक्षिणा देते हैं. मान्यता के अनुसार इन दिन चंद्रमा की तरफ नही देखना चाहिए। इस पूजा में गणपति को 21 लड्डुओं का भोग लगाने का विधान है।
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