मोरनी की पहाडिय़ों में मंथन को जुटेगी मनोहर सरकार और हरियाणा भाजपा
हरियाणा भाजपा और मनोहरलाल सरकार मोरनी की पहाडियों में बुधवार से दो दिनों तक चिंतन शिविर में मिशन 2019 के तहत चुनावी रणनीति बनाएगी।
जेएनएन, चंडीगढ़। हिमाचल प्रदेश के टिंबर ट्रेल की तर्ज पर हरियाणा की सरकार अब मोरनी की पहाडिय़ों में मंथन करने जा रही है। मिशन 2019 को फतह करने के लिए मनोहरलाल सरकार के मंत्रियों के साथ संगठन के पदाधिकारी बुधवार से दो चरणों में चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देंगे। इस शिविर में पार्टी के विधायक, बोर्ड व निगमों के प्रधान और प्रदेश भाजपा कार्याकारिणी के सदस्य भी भाग लेंगे।
पहले चरण में बोर्ड व निगमों के चेयरमैन से लिया जाएगा फीडबैक
मंथन शिविर की जगह को लेकर भाजपा के शीर्ष स्तर पर काफी माथापच्ची चली। पिछले कई दिनों से कार्यक्रम में बदलाव किया जा रहा था। सोमवार को भी दिन में दो बार कार्यक्रम स्थल बदले गए। मंथन शिविर में भाग लेने वाले सभी विधायक, मंत्री, बोर्ड व निगमों के चेयरमैन व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बुधवार सुबह पंचकूला में जमा होंगे। वहां से उन्हें मोरनी में बैठक स्थल तक ले जाया जाएगा।
दूसरे चरण में विधायक, मंत्री व प्रदेश पदाधिकारियों संग बनेगी मिशन 2019 की रणनीति
प्रदेश भाजपा ने पहले पांच सितंबर को सरकार व संगठन के पदाधिकारियों का एक दिवसीय मंथन शिविर करने का फैसला किया था। मुख्य एजेंडा आगामी लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों द्वारा अपनाई जा रही रणनीति से निपटने के लिए भाजपा की प्लानिंग को अमली रूप देना है। अब शिविर को बदलकर न केवल दो चरणों में कर दिया गया है बल्कि अलग-अलग प्रतिनिधियों को इसमें शामिल किया जाएगा।
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बुधवार को होने वाली बैठक में बोर्ड व निगमों के चेयरमैन, उपचेयरमैन व सदस्यों से सरकार की कार्यशैली का फीडबैक लिया जाएगा। साथ ही भविष्य की रणनीति पर भी चर्चा होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के अलावा सत्ता व संगठन के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।
दूसरे चरण में होने वाली बैठक में पार्टी के सभी विधायक, मंत्री व संगठन के प्रदेश पदाधिकारी भाग लेंगे। विधायकों से फीडबैक लेते हुए उन्हें आगे का टास्क दिया जाएगा। दूसरे चरण में होने बैठक को इसलिए भी अहम माना जा रहा है कि इसमें विधायक मुख्यमंत्री को न केवल अपने क्षेत्र में हुए विकास कार्यों की रिपोर्ट देंगे, बल्कि क्षेत्र की मांगों से भी अवगत कराएंगे। विधायकों के फीडबैक के आधार पर ही सरकार आगामी विकास योजनाएं बनाएगी।