डरावना सच: मां का दूध भी बच्चे के लिए बन सकता है जहर, हकीकत उड़ा देगा होश
पंजाब में नशे की हालत होश उड़ा देती है। हालत यह है कि नशे के कारण मां का दूध भी नवजात शिशु के लिए जहर बन गया है। ऐसी ही एक मां भूख से बिलखते अपने बच्चे को दूध नहीं पिला पा रही।
फिरोजपुर, [प्रदीप कुमार सिंह]। जन्म के बाद मां का दूध बच्चे के लिए अमृत के समान होता है। लेकिन, मां का दूध भी बच्चे के लिए जहर ब सकता है। नशे ने पंजाब में ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं कि मां का दूध बच्चे के लिए जहर बनने लगा है। सीमावर्ती जिले फिरोजपुर में 22 दिन के नवजात की जिंदगी बचाने के लिए डॉक्टरों ने नशे की आदी मां पर बच्चे को दूध पिलाने पर पाबंदी लगा दी है। सात साल से नशे की आदी मां का दूध नवजात के लिए जहर बन गया है।
पेशे से कलाकार (आर्केस्ट्रा डांसर) 32 वर्षीय महिला फिरोजपुर के नशा मुक्ति केंद्र में इलाज करवा रही है। 22 दिन पहले उसने बच्चे को जन्म दिया है। नशे की दलदल में फंसी मां की मजबूरी ये है कि उसके सामने बच्चा भूख से बिलखता है लेकिन वह उसकी भूख नहीं मिटा सकती। बाहर का दूध पिलाने पर बच्चा उल्टी कर देता है।
आर्केस्ट्रा डांसर को साथियों ने बनाया नशे की आदी, डॉक्टरों ने बच्चे को दूध पिलाने पर पाबंदी लगाई
नशे के दलदल में फंसी मजबूर मां नशा छुड़ाओ केंद्र फिरोजपुर में दवाई लेने पहुंची थी। महिला ने बताया कि वह आर्केस्ट्रा डांसर है। सात साल से हेरोइन का नशा कर रही है। रोज उसे दो से चार ग्राम हेरोइन की जरूरत होती है। डांस करते समय थकावट न हो इसलिए साथियों के कहने पर उसने नशा करना शुरू किया था।
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उसने बताया कि एक साल पहले उसकी शादी हुई। गर्भवती होने के बाद उसने डांस करना छोड़ दिया। शादी के बाद हेरोइन का नशा करना कम कर दिया लेकिन तलब लगने पर मेडिकल नशा शुरू कर दिया। 22 दिन पहले बेटा पैदा हुआ। उसके बाद फिर से हेरोइन नशा करना शुरू कर दिया। पति की सलाह पर वह नशा छोड़ने के लिए केंद्र में आई है।
फिरोजपुर का नशा मुक्ति केंद्र।
महिला ने डॉक्टरों को बताया कि उसका बच्चा सुस्त रहता है। रोता बहुत कम है और उसे भूख भी कम लगती है। डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद बताया कि जो नशा वह कर रही है वह दूध के जरिये बच्चे को भी मिल रहा है। इससे बच्चा भी नशे का आदी होता जा रहा है। बच्चे की जिंदगी के लिए उसे अपना दूध पिलाना बंद करना होगा।
अगस्त में पांच महिलाएं पहुंची नशा छुड़ाओ केंद्र
अगस्त में हेरोइन सहित दूसरे नशों में फंसी पांच महिलाएं फिरोजपुर नशा छुड़ाओ केंद्र पहुंची हैं। दो महिलाएं कलाकार हैं जो साथियों के दवाब में नशे के दलदल में फंसी हैं। तीन अन्य महिलाओं में से दो गृहिणी हैं जो पति के नशे के आदी होने के कारण नशा करने लगी। एक पीड़िता छात्र है।
डॉ. रचना मित्तल और डॉ. बलदेव राज अरोड़ा।
बच्चा भी हो जाएगा नशे का आदी : डॉ. रचना
सिविल अस्पताल फिरोजपुर की मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. रचना मित्तल का कहना है कि उनके पास आई महिला नशे की आदी है। दूध पिलाने के बाद नशे का असर बच्चे में दिख रहा है। महिला को दूध पिलाने से रोका गया है। अगर इसे रोका नहीं गया तो बच्चे में नशे का प्रभाव बढ़ता जाएगा।
हेरोइन की आदी मां का दूध बच्चे के लिए घातक : डॉ. बलदेव
फिरोजपुर सिविल अस्पताल के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. बलदेव राज अरोड़ा का कहना है कि हेरोइन की आदी मां का दूध बच्चे के लिए घातक है। बच्चे के दिमाग पर असर पड़ेगा और वह भी इस नशे का आदी हो जाएगा। बच्चे को बीमारियों से बचाने के लिए जांच होनी चाहिए।
पंजाब की युवा पीढ़ी में बढ़ रहे नशे की यह डरावनी तस्वीर
बठिंडा के पार्क में इस हालत में बेसुध मिले दो युवक।
बठिंडा। नार्थ एस्टेट में दो युवक चिट्टे के इंजेक्शन लगा कर पार्क में ही बेहोश हो गए। सूचना पाकर जब थाना कैंट के एएसआइ विष्णु दास जब मौके पर पहुंचे तो एक युवक की बाजू से खून बह रहा था और उसने हाथ में सीरिंज पकड़ी हुई थी। दूसरे युवक की गर्दन पीछे सीरिंज लटकी थी। एक सीरिंज हाथ में थी। मौके से चार ट्रोमाडॉल की गोलियां भी बरामद हुईं।
दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनकी पहचान जसप्रीत सिंह उर्फ विक्की व मनमोहन सिंह निवासी गांव भोखड़ा के रूप में हुई है। मनमोहन गांव में ही कपड़े की दुकान करता है जबकि विक्की बेरोजगार है। सरपंच जगमीत सिंह ने बताया कि दोनों युवकों को चार-पांच साल पहले नशे की लत लग गई थी।