हरियाणा में पेयजल संकट से निपटने के लिए टैंकरों का सहारा लेगी सरकार
हरियाणा सरकार ने पेयजल संकट से निपटने के लिए शहर-कस्बों और गांवों में पेयजल आपूर्ति के लिए 933 टैंकर लगाए हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में पेयजल संकट से निपटने के लिए सरकार टैंकरों का सहारा लेगी। शहर-कस्बों और गांवों में वंचित घरों में पानी पहुंचाने के लिए 933 टैंकर लगाए गए हैं। पूरे प्रदेश में जल्द ही 342 नए ट्यूबवेल लगाए जाएंगे, ताकि पर्याप्त पानी की सप्लाई हो सके।
जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी राज्य मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने पेयजल सप्लाई की समीक्षा करते हुए सीनियर अफसरों को खुद फील्ड में उतरने का निर्देश दिया। जिन क्षेत्रों में ट्यूबवेल मंजूर किए जा चुके, वहां सरकारी मशीनरी के साथ ही निजी ठेकेदारों के जरिये इन्हें लगवाया जाए ताकि लोगों को पानी की किल्लत से निजात मिले।
अफसरों ने मंत्री को बताया कि अप्रैल से अब तक पेयजल सप्लाई संबंधी 3706 शिकायतें आईं जिनमें से 2025 को निपटा दिया गया है। इस पर मंत्री ने कहा कि सभी शिकायतों को न्यूनतम समय में हल किया जाए। डॉ. बनवारी लाल ने निर्देश दिए कि जो भी वाटर टैंक खुले में हैं, उन्हें ढकने की व्यवस्था की जाए। नाबार्ड की परियोजनाओं व सेनेटरी बोर्ड की बैठक में लिए गए निर्णयों को शीघ्रता से लागू करें।
मानसून में बाढ़ से निपटने की भी तैयारी
जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी राज्य मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने बाढ़ से निपटने के इंतजामों की समीक्षा करते हुए सभी पंपिंग सेट का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। सीवेज और तूफान प्रणाली को भी दुरुस्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जल संरक्षण अभियान के तहत 2103 गांवों में साढ़े नौ लाख से अधिक घरों को कवर कर 45,198 नल लगाए गए। इस दौरान करीब डेढ़ लाख नए जल कनेक्शन मंजूर कर 4260 अवैध कनेक्शनों को काटा गया।
सीएम के गोद लिए गांव क्योड़क में दिसंबर तक सुधरेगा सीवेेज और पेयजल सप्लाई सिस्टम
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी राज्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के गोद लिए कैथल के गांव क्योड़क में सीवेज व्यवस्था और पेयजल आपूर्ति का काम दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को सीवरेज व्यवस्था के कार्य की गति बढ़ाने के निर्देश दिए। गांव में पेयजल आपूर्ति के लिए चार ट्यूबवेल लगाए जाएंगे।
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