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अनुबंध पर लगे अफसरों व कर्मचारियों की भर्ती में गड़बड़ी, होगी विजिलेंस जांच

हरियाणा सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग में अनुबंध पर नियुक्ति में गड़बड़ी की जानकारी के बाद इसकी जांच कराई जाएगी। मामले की विजिलेंस द्वारा जांच की जाएगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 11 Jul 2019 06:48 PM (IST)Updated: Thu, 11 Jul 2019 06:48 PM (IST)
अनुबंध पर लगे अफसरों व कर्मचारियों की भर्ती में गड़बड़ी, होगी विजिलेंस जांच
अनुबंध पर लगे अफसरों व कर्मचारियों की भर्ती में गड़बड़ी, होगी विजिलेंस जांच

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के महिला एवं बाल विकास विभाग में ठेकेदार के माध्यम से आउटसोर्स के तहत अनुबंध पर लगे अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ति में अनियमितताएं मिली हैं। यह करीब साढ़े तीन सौ कर्मचारी व अधिकारी पर हैं। विभाग की मंत्री कविता जैन ने इस पर कड़ा संज्ञान लिया है और इसकी विजिलेंस जांच का आदेश दिया है।

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महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक ने विजिलेंस जांच के साथ-साथ उप आयुक्त पुलिस पंचकूला को भी एफआइआर दर्ज कर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिख दिया है। राज्य सरकार की ओर से ठेकेदार एजेंसी को भी कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है।

महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन ने दिए आदेश, ठेकेदार एजेंसी को नोटिस

महिला एवं बाल विकास विभाग में आइसीडीएस, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना, बस स्टाप सेंटर, राष्ट्रीय पोषण मिशन और राज्य महिला संसाधन केंद्र की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए ठेकेदार एजेंसी के माध्यम से अधिकारियों व कर्मचारियों को आउटसोर्स द्वारा पर नियुक्त किया गया था। पिछले दिनों कुछ आवेदकों ने महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन से मुलाकात कर ठेकेदार एजेंसी पर आरोप लगाए तथा इस संबंध में शिकायत पत्र पेश दिए।

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निदेशक ने पंचकूला के पुलिस उपायुक्त को एफआइआर दर्ज कराने को पत्र लिखा

आवेदकों ने ठेकेदार एजेंसी आस्कर सिक्योरिटी एंड फायर सर्विसेज पर भ्रष्टाचार, पक्षपात, गलत आचरण एवं नियमों से खिलवाड़ के आरोप लगाते हुए अपनी बात रखी। आवेदकों का कहना है कि ठेकेदार ने उन्हें जबरदस्ती पद से हटाने, नौकरी पर रखने के लिए पैसे मांगने तथा एक ही परिवार के कई सदस्यों को एडजस्ट करने का खेल चला रखा था। इसमें उनकी योग्यता और आवेदन को नजर अंदाज करते हुए अयोग्य को मौका देकर उनके साथ मजाक किया है और विभाग, सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाया है।

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मामले की गंभीरता को देखते हुए मंत्री कविता जैन ने विभाग के निदेशक कैप्टन मनोज को तुरंत प्रभाव से इस मामले की विजिलेंस जांच कराने के निर्देश दिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके और गंभीर अनियमितता के दोषियों को सजा मिल सके। विभाग द्वारा इस मामले की निजी स्तर पर जांच-पडताल की जा रही है। निदेशक ने ठेकेदार एजेंसी को पूरे मामले के संदर्भ में स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं। तीन सदस्यीय विभागीय कमेटी भी अतिरिक्त निदेशक प्रशासन सरिता मलिक की अगुवाई में जांच में जुट गई है।

मंत्री कविता जैन का कहना है कि मामला गंभीर है, जिसे लेकर विभाग कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार की अनियमितता मिली हैं, उसके आधार पर शहरी स्थानीय निकाय विभाग में चल रहे संबंधित एजेंसी के ठेकों की भी पड़ताल करने के निर्देश दिए गए हैं।

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