हरियाणा में दूसरे राज्यों के किसान भी बेच सकेंगे अपनी फसल, किसान वेबपोर्टल पर करना होगा रजिस्ट्रेशन
हरियाणा में बाहरी राज्यों के किसान भी अपनी फसल बेच सकेंगे। इसके लिए किसानों को किसान वेबपोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। पंजीकरण कराने का यह फायदा यह होगा कि सरकार के पास इसका पूरा रिकार्ड होगा कि हरियाणा व बाहर से कितनी फसल खरीदी गई।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा मेंं अब दूसरेे राज्यों के किसान भी फसल बेच सकेंगे। इसके लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्योरा वेबपोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। बाहरी राज्यों के जो किसान वेबपोर्टल पर अपनी फसल बिक्री के लिए पंजीकरण नहीं कराएंगे, उनकी फसल नहीं खरीदी जाएगी। पंजीकरण कराने का फायदा यह होगा कि सरकार के पास यह पूरा रिकार्ड होगा कि हरियाणा के किसानों की कितनी फसल खरीदी गई और बाहरी राज्यों के किसानों की कितनी धान की फसल खरीदी गई है।
हरियाणा सरकार ने मेरी फसल मेरा ब्योरा नाम से वेब पोर्टल बना रखा है। प्रदेश के किसानों को अपनी फसल की बिक्री के लिए इस पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य होता है। पिछले दिनों इस तरह के आरोप लगाए गए कि हरियाणा सरकार दूसरे राज्यों से आने वाले किसानों की फसल नहीं खरीद रही है, जबकि सरकार पहले ही साफ कर चुकी कि उसके लिए हरियाणा के किसानों की फसल की खरीद की प्राथमिकता है। बाद में दूसरे राज्यों के किसानों की फसल खरीद होगी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मीडिया सलाहकार अमित आर्य ने बताया कि बाहरी राज्यों के किसानों के लिए फसल बिक्री के लिए पंजीकरण खोल दिया गया है। सरकार द्वारा यह निर्णय राज्य की विभिन्न मंडियों के आढ़तियों और प्रदेश से बाहर के किसानों की मांग के चलते लिया गया है। उन्होंने बताया कि इससे धान खरीद सीजन के दौरान दूसरे राज्यों के किसानों को अपनी फसल बेचने में मदद मिलेगी।
खरीद के दौरान लाए जाने वाले जरूरी कागजात के बारे में जानकारी देते हुए अमित आर्य ने बताया कि किसानों को अपने साथ इस आशय के दस्तावेजों की प्रमाणित प्रतियां लानी चाहिए कि उन्होंने मालिक या किराएदार के तौर पर अपने खेतों में धान की फसल बोई है। इससे व्यापारियों द्वारा अवैध ढंग से की जाने वाली मुनाफाखोरी में कमी आएगी।
खरीद के बारे में जानकारी देते हुए अमित आर्य ने बताया कि सोमवार को हरियाणा की मंडियों में 8 लाख 34 हजार 721 क्विंटल धान पहुंचा। फसल की खरीद के लिए मंडियों में सभी इंतजाम किए गए हैैं।