Move to Jagran APP

भ्रूण गिराने को गोली खिला डॉ. पूनम भार्गव बोली : एडवांस 10 हजार देने ही पड़ेंगे

नागरिक अस्पताल की डॉक्टर द्वारा गर्भपात की एवज में पैसे लेने का मामला।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 09:29 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 06:22 AM (IST)
भ्रूण गिराने को गोली खिला डॉ. पूनम भार्गव बोली : एडवांस 10 हजार देने ही पड़ेंगे

राजेश मलकानियां, पंचकूला : नागरिक अस्पताल सेक्टर-6 की गायनी विभाग की डॉ. पूनम भार्गव ने गर्भपात करने के लिए अपने घर पर ही सर्जरी का पूरा इंतजाम कर रखा था। शिकायतकर्ता अमन राजपूत और विनय अरोड़ा को पहले से ही डॉ. पूनम भार्गव के कारनामों के बारे में जानकारी दी थी। इसलिए वह ट्रैप लगवाना चाहते थे। लेकिन पुलिस की ओर से सहयोग न मिलने के चलते डॉ. पूनम भार्गव रंगे हाथों पकड़े जाने से बच गई। अमन राजपूत अपने साथ जिस महिला को गर्भपात के लिए पूनम भार्गव के घर लेकर गए थे, उसके गर्भ में बच्चे को मारने के लिए पहले तो महिला को गोली खिला दी और उसके बाद अमन से पैसे देने के लिए कहा। अमन ने जब कहा कि उसके पास अभी तीन हजार रुपये ही हैं तो वह भड़क गई थी और महिला को घर पर ही बैठा लिया था। इसके बाद अमन पांच हजार रुपये और लेकर आया था। दो वकीलों को लेकर पहुंची डॉक्टर

loksabha election banner

सोमवार को मामले की जांच कर रही कमेटी के समक्ष डॉ. पूनम भार्गव दो वकील लेकर पहुंची। लेकिन शिकायतकर्ता अमन और विनय ने एतराज जताया तो वकीलों को बाहर भेज दिया गया। इसके बाद पूनम भार्गव का वीडियो शिकायतकर्ताओं ने दिखाया कि किस तरह से डीलिग हुई थी। डीलिग में किस तरह पैसे लिए। डील चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी असिस्टेंट बलजिंद्र कौर के जरिये शुरू हुई थी। जिसमें बलजिद्र ने अमन को बताया था कि डा. पूनम गर्भपात कर देगी लेकिन पैसे देने पड़ेंगे। उसके बाद बलजिद्र के जरिये भार्गव से बातचीत शुरू हुई। कमेटी के समक्ष जमा करवा दिए आठ हजार रुपये

डॉ. पूनम भार्गव ने कमेटी के समक्ष यह कबूल कर लिया है कि उसने गर्भपात करने के लिए अमन राजपूत से आठ हजार रुपये नकद लिए थे। पूनम ने यह आठ हजार रुपये कमेटी के पास जमा भी करवा दिए हैं लेकिन जो नोट डॉ. पूनम ने कमेटी के पास जमा करवाए, वह दूसरे हैं जबकि अमन ने जो 500-500 रुपये के नोट दिए थे, वह दूसरे थे। उसके नंबर भी नोट कर रखे हैं। घर पर ही करती थी गर्भपात

गर्भपात करने के लिए डॉ. पूनम भार्गव ने पूरा इंतजाम कर रखा था। एक केमिस्ट के कर्मचारी से वह गर्भपात के लिए प्रयोग होने वाली दवाइयां एवं अन्य सामान मंगवाती थी। मरीज के परिजनों को ही दवाइयां लेने के लिए भेजती थी। पूनम के घर के वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि वह घर पर ही गर्भपात करती थी। घर पर मारा छापा

डॉक्टरों की टीम ने सोमवार को पूनम भार्गव के घर पर भी छापा मारा। वहां रखे गये सामान की जांच की। घर में पूनम भार्गव एवं उसके पति के अलग-अलग कमरे हैं। टीम के सदस्य इस बात से सहमत दिखे कि पूनम भार्गव संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थी और उससे सच उगलवाने के लिए पुलिस की कार्रवाई जरूरी है। इसलिए जल्द ही पुलिस को मामला सौंपा जाना चाहिए। घर के पास गटर में गिरा देना भ्रूण

मामले में एक बात सामने आई है कि पूनम भार्गव ने शिकायतकर्ताओं से कहा है कि मेरे घर के पास गटर है, उसमें काले लिफाफे में भ्रूण को गिरा देना। ऐसे में इस बात की जांच होना बहुत जरूरी है कि इससे पहले तो वहां कोई भ्रूण नहीं गिराया गया। अस्पताल सेक्टर-6 में तीन या चार भ्रूण शौचालयों में मिल चुके हैं, उनके केस भी दोबारा ओपेन करके जांच होनी चाहिए। अब क्या वीडियो में

-सरदार घर में एंट्री करता है तो पूनम भार्गव बोलती है सही समय पर आ गए, मैं तो बस निकलने वाली थी। अस्पताल में एक सर्जरी करने के लिए जाना था।

-पूनम भार्गव ने एक गोली सरदार के हाथ में दी और कहा मैं पानी लाती हूं, तुम इसे खिला देना।

पूनम भार्गव : पानी लाने के बाद आप पेमेंट लाए हो थोड़ा तो अभी दे दो।

सरदार : मैडम अभी तो कम ही लाए हैं।

पूनम भार्गव : कोई ना अभी तो कम ही सही, बाकी तो कल कर लेंगे ना।

सरदार : जी

पूनम भार्गव : महिला के गोली खाने के बाद अब मैं तुम्हें दूसरी गोली दे दूंगी, एक तुम रात को नौ बजे खा लेना, दूसरी सुबह पांच बजे, समझ गए, अभी क्या बजा है, अभी साढ़े तीन बजे है, मोटा-मोटा चार समझ लो, उसके बाद चार घंटे बाद यानी आठ बजे। चलो छोड़ो सुबह अर्ली मॉर्निंग खा लेना, सुबह पांच बजे खा सकती है।

महिला : हां जी, खा लूंगी।

पूनम भार्गव : उसके बाद सात बजे खा लेना, उसके बाद 12 बजे तीसरी खाना, 12 बजे खाकर जब तुम यहां आओगे तो एक बजे खाकर आना। समझ गए, ये मैं तुम्हें चार दे रही हूं।

पूनम भार्गव : कितने पैसे दिए हैं, पैसे गिनने के बाद कम से कम 10 तो दे जाते ना।

सरदार : मैं कल ले आउंगा जी, मैंने दीदी से बात कर ली थी, वो पता क्या है, थे तो 12 हजार लेकिन, कुछ पैसे मौसी को देने पड़ गये। कल मैं दे जाउंगा।

पूनम भार्गव : नहीं, बात तो हो गई थी, पेमेंट तो ले आना था ना, समझे नहीं वो तो नहीं लेकर आएगी मेडिसन, वो तो मैं लेकर आउंगी। मैं इसलिए कह रही थी कि कम से कम 10 तो आप देते ना, ले आओ ना, मैंने तो गोली भी खिला दी, ऐसे ना करो। नहीं मैं कह रही हूं ना अभी 10 हजार तो जमा करवा दो। मुझे जो इंजेक्शन और मेडिसन लानी है। अभी मैं उस रोहित को फोन करूं।

सरदार : पता है, डॉक्टर साहब एटीएम से

पूनम भार्गव : तो ले आओ ना एटीएम यहीं है 16 में।

सरदार : डॉक्टर साहब एटीएम है नहीं ना।

महिला : मैडम एटीएम तो सारे पटियाला रह गए हैं।

पूनम भार्गव : तो अब आप पटियाला जाओगे।

महिला : नहीं यहीं जीरकपुर रुकेंगे।

पूनम भार्गव : तो मैं यही कह रही हूं आप जीरकपुर चले जाओ, ले आओ।

सरदार : तो आप कब तक मिलोगे।

पूनम भार्गव : नहीं नहीं, मैं तो अभी सीजेरियन करके आ जाउंगी। मेरे को कितने दूर जाना है और लाकर चाहे मेरे हसबैंड को दे देना। मेरे हसबैंड तो यहीं होंगे। मैं उस बंदे को फोन करूं, मुझे वो इंजेक्शन चाहिए, अगर ब्लीडिग ज्यादा तो।

किसी को फोन करते हुए पूनम भार्गव : आपके पास प्रोसेडिन इंजेक्शन है ना, ठीक है, अगर ये पेशेंट आएंगे तो शाम को इनको दे देना।

पूनम भार्गव : यहां एक नर्सिग होम अस्पताल सेक्टर-17 में है, वहां एक लड़का है, वो देगा, आपको इंजेक्शन। अरे ग्लव्स चाहिए, इंजेक्शन चाहिए। अरे इसमें थोड़ी होगा कुछ भी, आप समझें नहीं।

पूनम भार्गव : गुस्सा होते हुए अरे सुनो, यह गोली आपने खा ली। ऐसे भी हो सकता है रात को भी ब्लीडिग हो सकती है। आप सीधे आओगे, घर नहीं बैठोगे, फर्ज करो रात 12 या एक बजे हो गया तो आप सीधे आओगे। तो शाम को मैं इंजेक्शन वगैरा मंगवा रखूंगी ना। इंजेक्शन लगाकर सफाई करनी पड़ती है। थर्ड बच्चे में ऐसा भी हो सकता है कि रात में ही सब कुछ निकल जाए। यह डिलीवरी की तरह होगा। आप यह मुझे दे दो, आप जाकर पैसे ले आओ।

सरदार : मैम पैसे ले आउंगा।

पूनम भार्गव : नहीं, ये तो अभी यहीं रहेगी, आप जाकर पैसे ले आओ।

सरदार : मेरी बात सुनो, मैं इसको भेज दूंगा, इसका भाई आएगा।

पूनम भार्गव : जाओ इसको ले जाओ।

सरदार : बाकी मैं सात हजार रुपये दे जाउंगा, अगर आप ना मिले, तो आपके हसबैंड को दे दूंगा। इस मामले में लीगल एडवाइज ले जा रही है। कानून के हिसाब से जो भी धाराएं बनती होंगी, उनके तहत केस दर्ज करने के लिए पुलिस को सिफारिश की जाएगी। शिकायतकर्ता और डॉ. पूनम भार्गव के बयान दर्ज हो गए हैं। उन्हें सरकार की ओर से निलंबित कर दिया गया है।

-डॉ. जसजीत कौर, सिविल सर्जन, पंचकूला


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.