टिकटार्थियों के शक्ति प्रदर्शन का प्लेटफार्म बन रही सीएम मनोहरलाल की रथयात्रा
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल की जन आशीर्वाद यात्रा विधानसभा चुनाव में टिकट के इच्छुक नेताओं के लिए शक्ति प्रदर्शन का प्लेटफार्म बन गया है।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की रथयात्रा आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट चाहने वालों के लिए शक्ति प्रदर्शन का बड़ा प्लेटफार्म बन रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के आशीर्वाद से अभिभूत मुख्यमंत्री मनोहर लाल जनता का आशीर्वाद लेने को रथ पर सवार हैं। लोगों से मिल रहे अपार जनसमर्थन से उत्साहित मुख्यमंत्री मनोहर लाल रथयात्रा के दौरान अपनी सरकार के पांच साल का पूरा रिपोर्ट कार्ड पेश कर रहे।
जन आशीर्वाद रथयात्रा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निशाने पर हुड्डा और चौटाला
मुख्यमंत्री ने 'हरियाणा एक-हरियाणवी एक' के नारा को रथयात्रा में अपना खास और अहम मंत्र बनाया हुआ है। लोकसभा चुनाव में जिस तरह से भाजपा ने सभी दस सीटें जीती और 79 विधानसभा सीटों पर उम्मीद से कहीं अच्छा प्रदर्शन किया, उसके मद्देनजर अब हर हलके में टिकट के छह से दस दावेदार पैदा हो गए हैं। दूसरे दलों से आने वाले विधायक, पार्टी के पुराने काडर बेस कार्यकर्ता, थोड़े मतों से चुनाव हारे उम्मीदवार और राजनीतिक हवा के साथ चलने वाले टिकट के नए-नए चाहवान, सभी रथयात्रा के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने दमदार शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री को रथ पर सवार हुए पूरा एक सप्ताह हो गया। उत्तर हरियाणा खासकर जीटी रोड बेल्ट कवर करने के बाद मुख्यमंत्री अब जाट लैंड-एनसीआर की बेल्ट में प्रवेश कर गए। मुख्यमंत्री अपने पांच साल के कार्यकाल में पांचवीं बार लोगों के बीच में हैं। इससे पहले मनोहर लाल चार बार पूरे हरियाणा का दौरा कर चुके हैं। हर विधानसभा क्षेत्र, चाहे उसमें विपक्ष का विधायक हो या फिर भाजपा का विधायक, उसमें हुए विकास कार्यों और केंद्र व राज्य सरकार द्वारा दिए गए धन का पूरा ब्योरा मुख्यमंत्री के पास है।
रथयात्रा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और ओमप्रकाश चौटाला मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निशाने पर हैं। सरकार बनने के पहले साल में जनता की उम्मीदों के अनुरूप नतीजे नहीं दे पाने का कारण बताने से भी मुख्यमंत्री को कोई गुरेज नहीं है। बड़ी ही साफगोई से मुख्यमंत्री कहते हैं कि पहले दो वर्ष उन्होंने सरकारी प्रक्रिया व अधिकारियों की कार्यशैली को समझने में लगाए। उसके बाद लगातार डबल शिफ्ट में काम कर पूरे राज्य में क्षेत्रवाद और भेदभाव के बिना काम किए।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल हरियाणा में भाजपा का बड़ा चेहरा हैं। अधिकतर टिकट उन्हीं की पसंद से बंटेंगे। इसलिए टिकट के तमाम दावेदारों का पूरा फोकस मुख्यमंत्री की रथयात्रा में दमदार शक्ति प्रदर्शन पर है। कई हलके ऐसे हैं, जहां भाजपा का विधायक नहीं है। उन हलकों में टिकट के दावेदार नेताओं ने भीड़ जुटाने में पूरी ताकत लगा रखी है। मुख्यमंत्री बीच-बीच में थोड़ा विराम भी लेंगे। 8 सितंबर को रोहतक में रथयात्रा का समापन है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैली को संबोधित करेंगे। भाजपा ने मोदी की इस रैली को जन आशीर्वाद रैली का नाम दिया है।
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इन मुद्दों के जरिये जनता से आशीर्वाद मांग रहे मनोहर लाल
- पांच सालों में पारदर्शी तरीके से सरकार चलाई और पूरी निष्ठा व लगन से जनसेवा की।
- सरकारी नौकरियों में पर्ची व खर्ची का सिस्टम खत्म कर योग्यता से नौकरियां दी।
- जमीनों का कारोबार बंद कर चेंज आफ लैंड यूज (सीएलयू) की पावर अपने पास से खत्म कर निदेशक को दे दी।
- हरियाणा सिविल सेवा (एचसीएस) में नामित किए जाने वाले कर्मचारियों की मुख्यमंत्री द्वारा की जाने वाली सिफारिश खत्म की।
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- एचसीएस के 14 पदों के लिए हरियाणा लोक सेवा आयोग ने परीक्षा ली। 5800 से अधिक कर्मचारियों ने आवेदन किए, जिनमें 59 पास हुए।
- बीपीएल कार्डों का फर्जीवाड़ा बंद किया। 11 वर्ष बाद पहली बार कार्ड बने। अब सर्वे की जरूरत नहीं, ऑनलाइन कार्ड बनवाए जा सकेंगे।
- जिन हलकों में भाजपा के विधायक नहीं हैं, वहां भी भरपूर विकास कार्य कराए।
- सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए परिवार पहचान पत्र बनाने की प्रक्रिया शुरू की।
- पढ़ी लिखी पंचायतें दी। जिला परिषद का बजट एक करोड़ से बढ़ाकर 25 करोड़ रुपये वार्षिक किया।
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