Gandhi Jayanti: गांधी जी का पलवल से रहा है गहरा नाता, संघर्षमय सफर का रहा है गवाह
दमनकारी रौलट एक्ट के खिलाफ सत्याग्रह करने पर गांधी जी को दस अप्रैल 1919 को पलवल रेलवे स्टेशन पर अंग्रेजी हुकुमत ने गिरफ्तार किया था। तब स्वाधीनता सेनानियों ने पलवल शहर में एक आश्रम की स्थापना करने का निर्णय लिया था।
पलवल, जागरण संवाददाता। अहिंसा के रास्ते पर चलकर अंग्रेजी शासन से भारत को मुक्त कराने के संघर्ष में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देशभर में दौरे किए थे और विभिन्न आंदोलन की नींव रखी थी। आजादी की इस लड़ाई में गांधी जी के संघर्षमय सफर के गवाह पलवल जिले के लोग भी बने थे।
पलवल रेलवे स्टेशन पर हुई थी बापू की पहली गिरफ्तारी
दमनकारी रौलट एक्ट के खिलाफ सत्याग्रह करने पर गांधी जी को दस अप्रैल 1919 को पलवल रेलवे स्टेशन पर अंग्रेजी हुकुमत ने गिरफ्तार किया था। राजनीतिक रूप से यह बापू की पहली गिरफ्तारी थी, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की याद को संजोए रखने के लिए तब स्वाधीनता सेनानियों ने पलवल शहर में एक आश्रम की स्थापना करने का निर्णय लिया था।
दो अक्टूबर 1938 के दिन आश्रम की नींव रखी गई
इसे महात्मा गांधी सेवा आश्रम का नाम दिया गया। दो अक्टूबर 1938 के दिन इस आश्रम की नींव आजाद हिंद फौज के संस्थापक और स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने रखी थी। प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने किया था गांधी घर का उद्घाटन असावटी गांव के बुजुर्गों के मुताबिक गांधी को असावटी रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर पलवल रेलवे स्टेशन पर लाया गया था।
गांधी ने किया था सत्याग्रह में भाग लेने का आह्वान
इस दौरान गांधी जी ने असावटी गांववासियों से मुलाकात की थी और सत्याग्रह में भाग लेने का आह्वान किया था। यहीं पर देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद ने 30 अक्टूबर 1957 को बापू की याद में असावटी गांव में गांधी घर का उद्घाटन किया था। समाजसेवी कुलदीप कौशिक के मुताबिक जब देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद गांव में गांधी घर का उद्घाटन करने आए थे, उन दिनों उनके पिता दीपचंद शर्मा सरपंच थे।
पिता जी बताते थे कि गांधी जी ग्रामीणों से मिले थे और सत्याग्रह में भाग लेने का आह्वान किया था। पलवल संग्रहालय में हैं दुर्लभ चित्रपलवल शहर स्थित महात्मा गांधी सेवा आश्रम के संग्रहालय का निर्माण वर्ष 1968 में किया गया था। यहां बापू के ऐसे दुर्लभ चित्र भी हैं जो उनका सजीव चित्रण कराते हैं।
महात्मा गांधी के ढेर सारे चित्र इस संग्रहालय में उपलब्ध
इस संग्रहालय में गांधी जी के किशोरावस्था के चित्र, साबरमती आश्रम की यादों के चित्र मौजूद हैं। छह वर्षीय इंदिरा गांधी के साथ कस्तूरबा गांधी जुहू तट पर सैर करने और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ के चित्र भी इस संग्रहालय में हैं। गांधी जी की दक्षिण अफ्रीका में गिरफ्तारी और सत्याग्रह के रूप में दांडी यात्रा, उनके बचपन से लेकर उनकी अंतिम यात्रा और अंतिम संस्कार से जुड़ी व देश दुनिया की महान शख्सियतों के साथ उनके ढेर सारे चित्र इस संग्रहालय में उपलब्ध हैं।
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