ताकि हमारा जिला रहे सुरक्षित
प्रदेश में कोरोना वायरस ने एक बार फिर से दस्तक दे दी है। ऐसे में जिले वासियों को कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए आने वाले दिनों में सचेत रहने की जरूरत है।
जागरण संवाददाता, नारनौल: प्रदेश में कोरोना वायरस ने एक बार फिर से दस्तक दे दी है। ऐसे में जिले वासियों को कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए आने वाले दिनों में सचेत रहने की जरूरत है। लापरवाही एक बार फिर कोरोना की तीसरी लहर को न्यौता दे सकती है। हालांकि जिला में दूसरी लहर के प्रकोप के कम होते ही लोग बिना मास्क शहर की सड़कों पर घूमते देखे जा सकते है। तीसरी लहर को रोकने के लिए मास्क और शारीरिक दूरी जरूरी है। लेकिन शहर के बाजारों में इन दिनों लोगों द्वारा लापरवाही ज्यादा बरती जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने जिला को करीब चार माह से कोरोनामुक्त घोषित किया हुआ है। कोरोना के कम होते ही प्रशासन ने लाकडाउन के नियमों में रियायत दे थी। हालांकि शुरुआती दौर में प्रशासन की तरफ से बिना मास्क पहनकर बाहर निकल रहे लोगों के चालान काटे जा रहे थे। अब प्रशासन की तरफ से सख्ती कम हुई तो आम नागरिकों के साथ साथ दुकानदारों ने भी मास्क लगाना छोड़ दिया। अब बाजार में 90 प्रतिशत लोग बिना मास्क बाजार में घूम रहे है और कुछ लगा भी रहे है उनमें से ज्यादातर लोगों का मास्क नाक के नीचे ही रहता है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा हर समय बना रहता है।
बता दे कि जिला में दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ आम नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। अस्पतालों में बेड तक लोगों को नसीब नहीं हो पा रहे थे। अगर समय रहते जिलेवासियों ने कोरोना को लेकर सावधानी नहीं बरती तो कोरोना संक्रमित मरीज आने शुरू हो सकते है।
कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। इस दौरान महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन लेना चाहिए ताकि रोग प्रतिरोध क्षमता बनी रही। गर्भवती महिला को दिन में कम से दो कटोरी दाल, पनीर, सोयाबीन खाने में शामिल करना चाहिए। गर्भवती महिला को दिन में ज्यादा से आराम करना चाहिए। हालांकि अभी जिला कोरोना से मुक्त है लेकिन सावधानी रखनी जरूरी है।
- डा. रितु शर्मा, स्त्री रोग विशेषज्ञ
अस्पताल व सार्वजनिक स्थानों पर जहां ज्यादा भीड़ रहती है उन स्थानों पर जाने से बचना चाहिए। मौसम परिवर्तनशील होने की वजह से बुजुर्गों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। इस समय अगर हल्का बुखार होता है तो पैरासिटामोल टेबलेट लेनी चाहिए है। वहीं नजदीकी चिकित्सक से संपर्क कर तुरंत उपचार लेना चाहिए। अगर किसी ने कोरोनारोधी दोनों टीके नहीं लगवाए है तो अवश्य लगवा ले। जिन लोगों को दोनों टीके लग चुके है, उन्हें भी सावधानी बरतनी चाहिए।
- डा. अश्विनी रोहिल्ला