Move to Jagran APP

अधिकारी पर किसान विरोधी कार्यशैली का आरोप, डीसी को ज्ञापन

पिपली भाकियू पदाधिकारियों ने प्रशासनिक अधिकारी व राजनेताओं पर किसानों को परेशान करने का आरोप लगाया। उन्होंने डीसी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और ज्ञापन भी सौंपा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Apr 2021 07:25 AM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 07:25 AM (IST)
अधिकारी पर किसान विरोधी कार्यशैली का आरोप, डीसी को ज्ञापन

संवाद सहयोगी, पिपली :

भाकियू पदाधिकारियों ने प्रशासनिक अधिकारी व राजनेताओं पर किसानों को परेशान करने का आरोप लगाया। उन्होंने डीसी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और ज्ञापन भी सौंपा।

भारतीय किसान यूनियन के नेता जसबीर सिंह मामूमाजरा ने कहा कि किसानों को सरकार के फैसलों का विरोध करने का संवैधानिक अधिकार है। संवैधानिक अधिकार के चलते ही किसान संगठन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलतनरत हैं, लेकिन कुछ उन्हें बेवजह तंग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाकियू ने तीन दिन पहले सेक्टर 8 स्थित अंबेडकर भवन में भाजपा की बैठक और उसके बाद सैनी समाज भवन में अंबेडकर जयंती को लेकर विरोध जताया था। भाकियू कार्यकर्ता केवल भाजपा के नेताओं को काले झंडे दिखाना चाहते थे, लेकिन शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे किसानों को पुलिस के एक आला अधिकारी जानबूझकर तंग कर रहे हैं। रंजिश के चलते अधिकारी आंदोलन कर रहे किसानों को जबरदस्ती पुलिस की गाड़ियों में बिठाया और कुछ घंटे के बाद छोड़ दिया, जो कि एक साजिश है। भाकियू नेता अमरीक सिंह सैनी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा बड़े बड़े कार्यक्रम व बैठकें आयोजित कर रही है। दूसरी ओर मास्क के नाम पर आम जन के चालान काटे जा रहे हैं। भाजपा को कोरोना के चलते प्रोग्राम करने की इजाजत दिया जाना कतई तर्कसंगत नहीं है।

गेहूं का भुगतान न होने से किसान व व्यापारी वर्ग परेशान : सौरभ

संवाद सूत्र, बाबैन : बाबैन अनाज मंडी में गेहूं के कट्टों का उठान न होने व गेहूं के करोड़ों रुपये का भुगतान न होने पर आढ़ती व किसान बेहद परेशान हैं। उठान व भुगतान की समस्या के कारण आढ़तियों व व्यापारियों में भारी रोष व्याप्त हो रहा है। कांग्रेसी नेता सौरभ छपरा ने कहा कि सरकार 48 घंटे में भुगतान करने के दावे कर रही थी, लेकिन आज सरकार के दावे फेल साबित हो रहे है। सरकार ने गेहूं की खरीद का भुगतान 48 घंटों में करने का दावा किया है, लेकिन बावजूद इसके परिस्थितियां कुछ और ही हैं। मंडी में एक अप्रैल से लेकर आज तक कोई भी पेमेंट मंडी में नहीं पहुंची है और उसके बाद की गेहूं की पेमेंट मंडी में न पहुंचने के कारण व्यापारी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द गेहूं के कट्टों का उठान व गेहूं की फसल का भुगतान कराए।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.