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Kaithal News: 48 नई बसें आने के बाद भी यात्रियों को नहीं मिल रही बसें, बेहतर परिवहन सुविधाओं का टोटा

रोडवेज विभाग में नई बसें आने के बाद भी यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा का टोटा है। शाम पांच बजे के बाद कार्यालयों पर कुंडी लग जाती है। शाम में हिसार चंडीगढ़ दिल्ली करनाल व जींद के लिए बसें उपलब्ध नहीं हैं जिससे यात्री परेशान होते हैं। (जागरण फोटो)

By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkPublished: Fri, 31 Mar 2023 05:32 PM (IST)Updated: Fri, 31 Mar 2023 05:32 PM (IST)
Kaithal News: 48 नई बसें आने के बाद भी यात्रियों को नहीं मिल रही बसें, बेहतर परिवहन सुविधाओं का टोटा
नई बसें आने के बाद भी यात्रियों को नहीं मिल रही बसें

जागरण संवाददाता, कैथल: रोडवेज विभाग के बेड़े में नई बसें आने के बाद भी यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा का टोटा है। सुबह पांच बजे लेकर दोपहर तक बसें अलग अलग रूटों पर लगातार संचालन कर रही है। मगर दोपहर दो बजे से लेकर चार बजे व इसके बाद शाम सात बजे के बाद यात्रियों को बसों के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है। कारण यह है कि विभाग के नियम के अनुसार आठ से दस घंटे में कर्मचारियों की ड्यूटी समाप्त हो रही है।

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शाम पांच बजे के बाद कार्यालयों पर लग जाती है कुंडी

उधर, ओवरटाइम भी कर्मचारियों को नहीं मिल रहा। वहीं विभागीय अधिकारी भी रोटेशन सुधारने में असफल हो रहे हैं। दैनिक जागरण की टीम बस स्टैंड पर बसों की स्थिति को लेकर पड़ताल की। यहां शाम पांच बजे के बाद संस्थान कार्यालय पर कुंडी लगी मिली। जस इस संबंध में पूछताछ कार्यायल में जानकारी ली गई तो यहां तैनात कर्मचारी ने पांच बजे के बाद छुट्टी होने का कारण बताया।

पंजाब के नंदसाहिब से कैथल पहुंचे इंदरजीत ने कहा कि उन्होंने किठाना यहां किसी जानकार के पास पहुंचना है। मगर जींद की ओर से जाने के लिए बसें नहीं मिली। उनका कहना है कि पंजाब से यहां तक तो बसों में समय नहीं लगा। लेकिन यहां काफी समय से इंतजार करना पड़ा।

हिसार जाने के लिए बस का इंतजार

कैथल निवासी यात्री मनीष ने कहा कि उन्हें हिसार जाना है। वे एक घंटा से बस स्टैंड पर इंतजार कर रहे हैं। दूसरा मौसम भी खराब है अब और भी समस्या होगी। बस मिल जाए वे समय पर गंतव्य स्थान पर पहुंच पाएंगे। विभाग को देर शाम को भी बसों की उचित व्यवस्था करनी चाहिए।

रोजाना की तरह सुबह पांच बजे से अलग अलग रूटों पर बसें रवाना हुई। दोपहर बाद बस अड्डा पर यात्री बसों के इंतजार करते नजर आए। लगभग दो घंटे के अंतराल में नाममात्र बसें चली। इस समय बस स्टैंड पर शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों व दैनिक यात्रियों की भीड़ जमा रही।

विभाग दे रहा परिचालकों की कमी का हवाला

कैथल डिपो में इस समय 152 बसें है। जबकि परिचालक 187 है। विभाग का कहना है कि नई बसें आने से परिचालकों की कमी हो रही है। इसके अलावा 257 चालक विभाग में कार्यरत है।रोजाना 20 से 25 हजार यात्री बसों में करते हैं सफरअनुमानित आंकड़े के अनुसार रोजाना 20 से 25 हजार यात्री बसों में सफर करते है। सुबह गंतव्य स्थान पर यात्री पहुंच जाते हैं , लेकिन वापस में कैथल बस स्टैंड से शाम को दूसरे रूटों पर यात्रियों के लिए बसें न मिलने से समस्या का सबब बना हुआ है।

इसके अलावा बस स्टैंड परिसर में कर्मचारी भी न के बराबर नजर आते हैं। यात्रियों की जरूरतनुसार बसों को संचालित किया जा रहा है। सुबह पांच बजे से लेकर देर शाम तक बसों का अलग अलग रूटों पर संचालन होता है। इसके बाद भी अगर कोई समस्या है तो पता करवाया जाएगा। यात्रियों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी।

- डिपो महाप्रबंधक, अजय गर्ग कैथल


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