Haryana Board Exam 2024: बोर्ड परीक्षाओं में मुसीबत बन रहा किसान आंदोलन, इंटरनेट बैन के चलते नहीं हो रही ऑनलाइन पढ़ाई
किसानों के चलो दिल्ली मार्च (Farmers Protest) को लेकर बीते 10 दिनों से हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट सेवा पूरी तरह से प्रभावित है। इससे आम जन के साथ ही स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इंटरनेट बंद होने से बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। वहीं बच्चों के बोर्ड एग्जाम भी 27 फरवरी से शुरू होने वाले हैं।
जोनी प्रजापति, कैथल। किसानों के दिल्ली कूच (Farmers Protest) के चलते प्रदेश के सात जिलों में पिछले लगभग 10 दिनों से इंटरनेट सेवा बंद है। इस कारण स्कूली छात्रों को वितरित किए गए 26 हजार 652 टैबों की कनेक्टिविटी पर भी विराम लग गया है। उधर, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा 27 फरवरी से आरंभ होनी है। स्कूलों से विद्यार्थियों को फ्री किया गया है। ऐसे में सिलेबस रिविजन करने में विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है। बीते वर्ष विद्यार्थियों ने परीक्षा समाप्त होने के बाद टैब वापस लेने की मांग की थी।
10वीं-12वीं परीक्षाएं 27 फरवरी से होंगी शुरू
हरियाणा बोर्ड (Haryana Board Exam 2024) की 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं 27 फरवरी से शुरू होने वाली है। 10 दिनों से सात जिलों में इंटरनेट बंद है, जिससे विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी करने में समस्या आ रही है। न तो टीचर बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवा पा रहे है और न ही गणित या साइंस के मुश्किल सवालों को हल करवा पा रहे है। स्कूलों में ऑनलाइन डाटा का काम भी प्रभावित हो रहा है। जिले में अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों से विद्यार्थी पढ़ने के लिए शहरों के शिक्षण संस्थानों में आते हैं।
कोचिंग सेंटर में भी नहीं लग रही ऑनलाइन कक्षाएं
नीट, जेईईई व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों का संपर्क भी ऑनलाइन कोचिंग सेंटर से टूट गया है। कई कोचिंग सेंटर सिर्फ ऑनलाइन कक्षाएं ही चलाते है, जिनसे विद्यार्थी मोबाइल या लैपटाप के जरिये जुड़ते है, लेकिन पिछले दस दिनों से यह कक्षाएं भी नहीं लग पा रही है। ऑनलाइन कमाई का जरिया भी बंद हो गया है। ऑनलाइन कमाई करने वालों को भी समस्या आ रही है। साइबर कैफे संबंधी ऑनलाइन कार्य भी ठप पड़े हैं। इससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार को बहाल करनी चाहिए इंटरनेट सेवा
प्रतियोगी परीक्षार्थियों की तैयारी कर रहे छात्र मनीष कुमार ने कहा कि आगामी परीक्षाओं को देखते हुए तुरंत प्रभाव से सरकार को इंटरनेट चलाना चाहिए, जिससे विद्यार्थियों व शिक्षकों को अध्यापन को लेकर किसी तरह की समस्या पेश न आए। उन्होंने बताया कि वह लंबे समय से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। ऑनलाइन कोचिंग का पैकेज भी लिया है, लेकिन कई दिनों से इंटरनेट न चलने से कक्षाएं नहीं लग पा रही हैं। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
इंटरनेट के चलते नहीं हो पा रही परीक्षा की तैयारी
शहर के निजी स्कूल में पढ़ने वाले 12वीं कक्षा के छात्र अमित ने बताया कि वो इंटरनेट न चलने से परीक्षा की तैयारी नहीं कर पा रहा है। मैथ, साइंस या किसी अन्य विषय में कोई समस्या आती थी तो टीचर से मोबाइल के जरिये ही फोटो इत्यादि भेजकर समस्या सुलझा लेते थे, लेकिन पिछले दस दिनों दिनों से ऐसा नहीं हो पा रहा है। परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन मिलने वाले नोट्स भी नहीं मिल पा रहे है। इंटरनेट के कारण पढ़ाई बाधित हो रही है।
12वीं की परीक्षा के बाद वापस लिए जाएंगे टैब
टैब वितरण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी नरेंद्र बाल्यान ने कहा कि बीते वर्ष सरकार ने बोर्ड की परीक्षा से पहले विद्यार्थियों से टैब वापस लिए थे। उसके बाद विद्यार्थियों ने परीक्षा खत्म होने के बाद टैब वापस लेने की मांग की थी। अभी तक वही एसओपी जारी है। इस बार भी बोर्ड की परीक्षाओं के खत्म होने के बाद कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों से टैब वापस लिए जाएंगे। विद्यार्थियों के लिए जिले में 27 हजार से अधिक टैब आए थे। इनमें से एक हजार से अधिक विद्यार्थियों ने किन्ही कारणों से टैब वापस किए थे।
ये भी पढ़ें: Haryana: अब सड़कों पर बेसहारा नहीं घूमेगा गोवंश, अभियान पूरा करने के लिए गोसेवा आयोग ने तैयार किया प्लान