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दुष्कर्म पीड़िता मासूम बोली- मुझे पैंट-शर्ट वाला उठा ले गया था, चाचा ने कुछ नहीं किया

बच्ची के साथ हुई दुष्कर्म की घटना के मामले में नया मोड़ आया है। पहली बार बच्ची ने दुष्कर्म के आरोपित के बारे में जानकारी दी है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 24 Apr 2018 12:14 PM (IST)Updated: Wed, 25 Apr 2018 08:58 PM (IST)
दुष्कर्म पीड़िता मासूम बोली- मुझे पैंट-शर्ट वाला उठा ले गया था, चाचा ने कुछ नहीं किया

जेएनएन, हिसार। नारनौंद के एक गांव में बच्ची के साथ हुई दुष्कर्म की घटना के मामले में नया मोड़ आया है। सिविल अस्पताल में उपचाराधीन बच्ची ने अपने माता-पिता सहित पुलिस को पहली बार अभियुक्त के बारे में जानकारी दी। बच्ची का कहना है कि उसे किसी कुर्ता-पायजामा पहनने वाले ने नहीं, बल्कि पैंट-शर्ट वाले ने उठाया था।

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उसके साथ गलत काम करने के बाद जब वह जा रहा था तो उसने पीछे से उसे देखा था। उसके बाद लाइट चली गई। बच्ची ने चाचा पर लगाए गए आरोपों को नकारा है। वह बोली, उसके साथ चाचा ने कुछ नहीं किया। साथ ही वह अपने चाचा को याद करके रो रही है। दूसरी तरफ पुलिस चाचा पर ही जांच केंद्रित कर पड़ताल में जुटी है।

बता दें कि एक गांव में बीते बुधवार की रात को आठ साल की बच्ची को मां के पास से उठाकर कोई ले गया था। बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और उसे खून से लथपथ हालत में सड़क किनारे छोड़कर फरार हो गया था। चाचा को जब बच्ची के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी तो वह उठा और उसने बच्ची को संभाला था। बाद में परिवार को भी जगाया। पुलिस ने अपनी जांच में चाचा को संदिग्ध मानते हुए उसे गिरफ्तार किया था। वह पांच दिन के रिमांड पर चल रहा है। वहीं, बच्ची सिविल अस्पताल हिसार में उपाचाराधीन है। वारदात के चार दिन बाद बच्ची कुछ सामान्य हुई है।

चाचा को याद कर रो रही बच्ची

अस्पताल में भर्ती आठ साल की बच्ची अपने चाचा को याद कर रो रही है। एसएचओ जब उससे मिलने अस्पताल में आए तो उनके समक्ष भी चाचा को छोडऩे की बात कही। उस पर पुलिस ने उन्हें जांच के बाद निर्दोष होने पर छोडऩे को कहा।

परिवार से मिलीं महिला आयोग की सदस्य

महिला आयोग की सदस्य सुमन बेदी सिविल अस्पताल में बच्ची के अलावा उसके परिवार के लोगों से मिलीं। आयोग सदस्य ने कहा कि पुलिस बच्ची के चाचा के अलावा अन्य लोगों को भी जांच के दायरे में ले। वह इसे लेकर अधिकारियों से बात करेंगी। परिवार ने आयोग सदस्य को बताया कि बच्ची के चाचा निर्दोष है।

बड़ा सवाल...यूपी कैसे पहुंच गए कपड़े

परिवार के लोगों ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाए हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस ने चाचा द्वारा कपड़ों को उत्तर प्रदेश में छिपाने की बात कही है, जबकि बच्ची का चाचा शुरू से ही सभी के सामने था। वह उत्तर प्रदेश कब गया या कपड़े भेजे उन्हें भी नहीं पता।

बच्ची के लिए सैंपल, डीएनए के लिए भेजे जाएंगे

पुलिस ने डीएनए के लिए बच्ची के सैंपल लिए। सैंपल में बाल व खून शामिल है। इन सैंपल को मधुबन लैब भेजा जाएगा जो वारदात के समय चाचा के कपड़ों से साथ मिलान किए जाएंगे। यदि रिपोर्ट में चाचा दोषी मिलता है तो उसकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी।

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