Farmer Protest: आंदोलनकारियों के दिल्ली कूच पर सतर्क हुई दिल्ली पुलिस, 27 नवंबर के बाद लिया जाएगा फैसला
आंदोलनकारियों ने बताया कि 27 नवंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक है। उसमें जो अंतिम फैसला लिया जाएगा उसी के अनुरूप ही आगामी कदम उठाया जाएगा। जाहिर है कि ऐसे में दोनाें पक्षों के साथ फिर से बैठक हो सकती है।
बहादुरगढ़, जागरण संवाददाता। तीन कृषि कानूनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वापस लिए जाने के बावजूद दिल्ली कूच पर अड़े आंदोलनकारियाें को लेकर दिल्ली पुलिस फिर सतर्क हो गई है। इसी सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को टीकरी बार्डर पर किसान कमेटी के साथ वार्ता की। इसमें आंदोलनकारियों के अगले कदम को लेकर चर्चा की गई। आंदोलनकारियों ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा की 27 नवंबर को सिंघु बार्डर पर बैठक है। उसी में अंतिम फैसला लिया जाएगा। उसके बाद ही वे अपनी आगामी गतिविधि को लेकर जानकारी देंगे।
20 मिनट तक चली आंदोलनकारियों के साथ बैठक
इस बैठक में दिल्ली पुलिस की तरफ से नांगलोई के एसीपी महेंद्र कुमार, मुंडका के एसएचओ गुलशन नागपाल और किसान कमेटी की तरफ से बूटा सिंह बुर्जगिल, परगट सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरनाम सिंह, दर्शन सिंह, बलदेव सिंह, गुरनाम सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे। लगभग 20 मिनट तक हुई इस बैठक में पिछले दिनों टीकरी बार्डर से रास्ता खोलने से लेकर आगामी गतिविधि को लेकर चर्चा हुई। दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने आंदोलनकारियों का मन टटोलने का प्रयास किया कि उनकी आगामी गतिविधि कैसी होगी। दिल्ली में संसद सत्र के दौरान वे जाएंगे या नहीं और जाएंगे तो कैसे।
27 नवंबर की बैठक के बाद लिया जाएगा अंतिम फैसला
इस पर आंदोलनकारियों ने बताया कि 27 नवंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक है। उसमें जो अंतिम फैसला लिया जाएगा, उसी के अनुरूप ही आगामी कदम उठाया जाएगा। जाहिर है कि ऐसे में दोनाें पक्षों के साथ फिर से बैठक हो सकती है। गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा ने 29 नवंबर से संसद के सत्र के दौरान 500-500 किसानों के दिल्ली में ट्रैक्टर-ट्राली लेकर जाने का ऐलान कर रखा है। हालांकि यह फैसला प्रधानमंत्री की घोषणा से पहले लिया गया था। मगर अब भी वे इस पर कायम है। ऐसे में दिल्ली पुलिस भी सतर्क है और यह तैयारी कर रही है कि दिल्ली में किसानों के कूच के दौरान क्या प्रबंध किए जाएं।