हाइटेक हो रहे हैं पेट्स, इन गैजेट्स से हेल्थ फिट और तनाव को कह रहे बाय-बाय
पेट मार्केट में व्यापक बदलाव देखने को मिल रहा है। इनके गैजेट्स लोगों में खासे लोकप्रिय हो रहे हैं। इन्हें पेट्स के साथ घरों पर रखना इन दिनों स्टेटस सिंबल के साथ-साथ जरूरत भी बन रही है। ये मनोरंजन के लिए भी लोगों को लुभा रहे हैं।
गुरुग्राम, प्रियंका दुबे मेहता। घरों में पालतू जानवर रखना काफी समय से स्टेटस सिंबल बना हुआ है। ऐसे में लोग पेट्स से जुड़ी चीजें खरीदने के लिए उत्सुक रहते हैं। इनदिनों पेट्स के लिए तरह-तरह के गैजेट्स आ गए हैं। महामारी के बाद से ऐसे में पेट मार्केट में व्यापक बदलाव देखने को मिल रहा है। यह गैजेट्स लोगों में खासे लोकप्रिय हो रहे हैं। इन्हें पेट्स के साथ घरों पर रखना इन दिनों स्टेटस सिंबल के साथ-साथ जरूरत भी बन रही है।
क्या हैं पेट्स गैजेट्स
घरों में पाले जाने वाले कुत्ते और बिल्लयों के लिए एक्सेसरीज का ट्रेंड चला तो लोगों ने हाथों हाथ लिया। अब हाइटेक गैजेट्स चलन आ जाने के बाद लोग इन्हें लेने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। यह गैजेट्स पालतुओं की देखभाल में सहायक साबित हो रहे हैं। साथ ही पालतुओं के मनोरंजन के लिए भी तरह तरह के गैजेट्स लोगों को लुभा रहे हैं। इन गैजेट्स में पेट चैट एचडी कैमरा, जिसके जरिए पेट से 24 घंटे जुड़ा रहा जा सकता है। मनोरंजन के लिए स्पीकर, ऑटोमैटिक फीडर, पजल गेम्स, प्रोटेक्टिव आउटवियर लेजर खिलौने सेल्फ क्लीनिंग मशीन, डॉगी ट्रेड मिल, एक्टीविटी मॉनिटर, जीपीएस ट्रैकिंग कॉलर आदि काफी हिट हो रहे हैं।
स्वास्थ्य से लेकर मनोरंजन तक का ख्याल
पेट विशेषज्ञ राजेश कुमार के मुताबकि पेट्स को संभालना टेक्नोलॉजी ने बेहद आसान कर दिया है। अब पेट्स के खाने पीने से लेकर स्वास्थ्य व मनोरंजन तक का ध्यान आसानी से रखा जा सकता है। पेट्स की गतिविधियों पर फोन के जरिए निगाह रखी जा सकती है।
फीडिंग गैजेट्स की भी बढ़ रही डिमांड
इसके अलावा उनके खाने पीने का ध्यान रखने के लिए फीडिंग गैजेट्स आ रहे हैं। उनके मनोरंजन के लिए म्यूजिक स्पीकर और लेजर गेम्स के साथ बॉल थ्रोइंग मशीन उन्हें एक्टिव बना रही है। कुत्तों के लिए आ रहे विशेष पट्टे में जीपीएस लगा होता है जिससे कुत्ते या पालतू के गुम होने की संभावना नहीं रहती। इसके अलावा लोग घरों में कुत्तों को अकेला छोड़कर बाहर चिंतित रहते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए पेट चैट गैजेट आ रहा है जिससे पेट्स से ने केवल बात की जा सकती है बल्कि फोन के जरिए उनकी गतिविधियां नियंत्रित की जा सकती हैं।
पेट्स गैजेट्स पर टेक्नोलॉजी पर हुआ काफी काम
‘पेट्स के गैजेट्स पर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पिछले कुछ समय में काफी काम हुआ है। जहां लोग स्वयं हर काम के लिए टेक्नोलॉजी पर निर्भर हैं वहां पेट्स को पालना उनके लिए मुश्किल हो रहा था। ऐसे में इस क्षेत्र में कई तरह के गैजेट्स बनाए गए हैं। लोग इन्हें लेना भी पसंद कर रहे हैं और इससे पेट्स को स्वस्थ रखने में मदद मिल रही है। गैजेट्स के चयन में ध्यान रखना होगा क्योंकि कई बार फायदों से ज्यादा नुकसान झेलने पड़ जाते हैं।’
अमित, टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट, गुरुग्राम
‘पेट्स के लिए आने वाले गैजेट्स फायदेमंद साबित हो रहे हैं। पेट्स को तनाव से दूर रखने और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य देने वाले गैजेट्स की डिमांड बढ़ गई है। उन्हें आराम देने व दिन भर पेट्स से जुड़े रहने के लिए लोग तरह तरह के गैजेट्स लेने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। ऐसे में टेक्नोलॉजी ने पेट इंडस्ट्री को नया बूम दिया है।’
रौनक सोनी, टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट, दिल्ली
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