Gurugram: बिना डिग्री वाले डाक्टर के इलाज से मरीज की मौत, गलती पर पर्दा डालने के लिए शव को सड़क पर चुपके से ला छोड़ा
गुरुग्राम के गांव अलियर में एक डाक्टर के इलाज से जब मरीज की मौत हो गई तो उसने चुपके से मरीज के शव को एक सूनसान सड़क पर लाकर छोड़ दिया ताकि किसी को यह पता न चल सके मौत उसके क्लीनिक में हुई है।
गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। जिले के गांव अलियर में एक पीजी में रहने वाले 20 वर्षीय लीलाधर की मौत की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई। बुखार होने पर वह इलाज के लिए 26 सितंबर की शाम गांव में ही संचालित आलम क्लीनिक पहुंचे थे।
क्लीनिक के संचालक फईम ने इलाज सही से नहीं किया, जिससे लीलाधर की क्लीनिक में मौत हो गई। इसके बाद फईम ने अपने किसी परिचित के साथ शव को सड़क किनारे ले जाकर डाल दिया, ताकि किसी को पता न चले कि मौत क्लीनिक में हुई है।
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सीसीटीवी फुटेज से सामने आई सच्चाई
लीलाधर के चाचा रामअवतार की शिकायत पर सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने के बाद पूरी सच्चाई सामने आई। इसके आधार पर बिना मेडिकल डिग्री डाक्टर बने फईम के खिलाफ आइएमटी मानेसर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया।
डाक्टर का परिचित भी चलाता है फर्जी क्लीनिक
उसे गुरुवार दोपहर अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड पर लिया गया है। उसके साथी की तलाश की जा रही है। वह उसी गांव का रहने वाला है और खुद भी एक अलग क्लीनिक चलाता है।
आइएमटी मानेसर में संचालित मारुति सुजुकी में काम करने वाले लीलाधर मूल रूप से राजस्थान के चूरु जिले में गांव चांदवा के रहने वाले थे। वह गांव कासन में किराये पर रहते थे। 27 सितंबर को उनका शव सड़क के किनारे मिला था।
दूसरे आरोपी की तलाश जारी
थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुभाष चंद का कहना है कि फईम मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के गांव मुंडा का रहने वाला है। प्रारंभिक छानबीन के मुताबिक उसके पास से कोई डिग्री नहीं मिली। उसका परिचित सुभान भी अमरोहा का रहने वाला है। उसकी तलाश की जा रही है।
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