Gurugram Crime: बच्चों की देखबाल के नाम पर दंपती ने नाबालिग को बनाया बंधक, कई महीनों करते रहे प्रताड़ित
गुरुग्राम के न्यू कालोनी थाना पुलिस और वन स्टाप सेंटर सखी की टीम ने एक दंपती की चंगुल से 16 वर्षीय नाबालिग को छुड़ाया। नाबालिग से पूछताछ करने के बाद दोनों को बंधक बनाकर मारपीट करने के साथ ही यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। न्यू कालोनी थाना पुलिस और वन स्टाप सेंटर सखी की टीम ने एक दंपती की चंगुल से 16 वर्षीय नाबालिग को छुड़ाया। नाबालिग से पूछताछ करने के बाद दोनों को बंधक बनाकर मारपीट करने के साथ ही यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
दंपती ने पांच महीने से अपने बच्चों की देखभाल के नाम पर उसे बंधक बना रखा था। काम नहीं करने पर उसकी डंडों से पिटाई की जाती थी। गर्म चिमटे से दागा जाता था। उसके शरीर पर जगह चोट के निशान हैं।
जानें पूरा मामला
निजी कंपनियों में काम करने वाली दंपती ने अपने बच्चों की देखभाल के लिए पांच महीने पहले एक प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से मूल रूप से झारखंड में रांची की रहने वाली 16 वर्षीय नाबालिग को काम पर रखा था। उससे दिन-रात काम लिया जा रहा था। इस वजह से वह कई बार काम करने से मना कर देती थी। मना करने पर उसकी डंडों से दोनों पिटाई करते थे। यही नहीं गर्म चिपटों से दाग देते थे। वह रोती थी तो मुंह पर हाथ रख दिया जाता था। इस वजह से आवाज नहीं बाहर आती थी। कुछ दिन से आवाज बाहर आने पर पड़ोसियों को कुछ गड़बड़ होने का अाभास हुआ तो सूचना वन स्टाप सेंटर में दी गई।
सूचना मिलते ही सेंटर की प्रभारी पिंकी मलिक ने न्यू कालोनी थाना पुलिस के साथ मिलकर मंगलवार को उसे छुड़ाया। वह काफी डरी हुई थी। उसे जिला नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दिनकर ने बताया कि पीड़िता से पूछताछ करने के बाद दंपती को गिरफ्तार कर लिया गया। जिस प्लेसमेंट एजेंसी से नाबालिग को काम पर लिया गया था, उसकी पहचान की जा रही है। उससे पूछताछ की जाएगी। इससे पता चलेगा नाबालिग को रांची से कैसे गुरुग्राम लाया गया। मानव तस्करी को ध्यान में रखकर भी छानबीन की जा रही है।
बाल कल्याण समिति ने शुरू की छानबीन
बाल कल्याण समिति ने भी अपने स्तर पर छानबीन शुरू कर दी है। समिति की सदस्य सोनिया यादव और ऊषा सोलंकी ने बुधवार को जिला नागरिक अस्पताल में भर्ती नाबालिग से मुलाकात की। सोनिया यादव ने बताया कि दंपती के विरुद्ध पाक्सो एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। यह मानव तस्करी से जुड़ा मामला लग रहा है। छानबीन की जा रही है। जल्द ही पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी।
नाबालिग के साथ बहुत ज्यादती की गई है। दोनों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि आगे से ऐसी हरकत कोई न करे। इधर, बताया जाता है कि आरोपित युवक और उसकी पत्नी को कंपनियोें ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पत्नी एक पीआर एजेंसी में काम करती थी जबकि युवक एक इंश्योरेंस कंपनी में काम करता था।