पत्थरबाजों पर फूल तो नहीं बरसाएगी सेना : योगेश्वर दत्त
आेलंपियन पहलवान यागेश्वर दत्त ने कश्मीर में सेना द्वारा पत्थरबाजों पर कार्रवाई का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि सेना पत्थरबाजों पर फूल तो नहीं बरसा सकती।
जेएनएन, फतेहाबाद। ओलंपियन पहलवान योगश्वर दत्त ने जम्मू कश्मीर में सेना को पूरी छूट देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों को दोनों तरफ से मुकाबला करना पड़ रहा है। एक तरफ आतंकवादी हैं दूसरी तरफ पत्थरबाज। ऐसे में सेना के जवान पत्थर फेंकने वालों पर फूल तो नहीं बरसा सकती।
योगेश्वर यहां एमएम कालेज में इंटर कालेज एथलेक्टिस मीट का शुभारंभ करने पहुंचे थे। उन्होंने जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजों पर सेना द्वारा की जाने वाली फायरिंग का समर्थन करते हुए कहा है कि पत्थर बरसाने वालों पर सेना को कार्रवाइ्र करनी ही चाहिए। सेना को भी अपनी आत्मरक्षा का अधिकार है। उन्होंने सैनिकों पर एफआइआर दर्ज करने पर विरोध जताया और इस कार्रवाई को गलत बताया। योगेश्वर ने कहा कि प्रदेश सरकार की नीतियां खेलों को बढ़ावा देने वाली है, लेकिन धरातल पर पहुंचते दम तोड़ देती है। इसके लिए विशेष प्रयास करने होंगे।
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उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की है। इसका खिलाडिय़ों को भी लाभ मिल रहा है, लेकिन इन्हें तेजी से लागू करने के लिए गंभीरता से प्रयास करने ही होंगे। उन्होंने इस दौरान सरकार की कई योजनाओं की तारीफ की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को नशे से बचाने के लिए शराबबंदी करने के लिए कदम उठाने होंगे, वहीं मेडिकल नशा बेचने वाले लोगों पर कठोर से कठोर कार्रवाई का प्रावधान की जरूरत है, तभी हम युवा वर्ग को नशे से बचा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि युवा खिलाड़ी तैयार करने के लिए जल्द ही वह कुश्ती की अकादमी खोलेंगे। योगश्वर दत्त ने कहा कि वह 2020 में टोक्यो में होने वाले ओलंपिक में भाग नहीं लेंगे, इसमें बजरंग पूनियां हिस्सा लेंगे। उम्मीद है कि पूनियां जरूर गोल्ड मेडल दिलवाकर भारतीय कुश्ती को नए मुकाम तक पहुंचाएंगे। इस मौके पर सीडीएलयू के वाइस चांसलर डा. विजय कुमार कायत, एमएम महाविद्यालय प्रबंधन समिति के प्रधान राजीव बत्तरा, महाविद्यालय प्राचार्य डा. गुरचरन दास गर्ग भी उपस्थित रहे।