Farmers Protest: टोहाना में हिरासत में लिए गए 150 किसान, बीजेपी की संकल्प रैली का कर रहे थे विरोध
बीजेपी की संकल्प रैली में सीएम नायब सिंह सैनी के आगमन से पहले विभिन्न किसान संगठनों ने अनाज मंडी के पास रेलवे रोड पर जमकर नारेबाजी की। इसके चलते पुलिस ने बसों में 150 किसानों को हिरासत में लिया है। किसानों द्वारा मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर पहले से ही विरोध को लेकर दी गई चेतावनी को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद था।
संवाद सहयोगी, टोहाना। विभिन्न किसान संगठनों ने भाजपा की संकल्प रैली में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आगमन से पहले ही अनाज मंडी के पास रेलवे रोड पर डाकघर के समीप एकत्र होकर नारेबाजी की। वहीं भारी संख्या में पहुंची पुलिस ने सभी किसानों को अपनी हिरासत में ले लिया। इस दौरान लगभग 150 किसानों को पुलिस बसों के माध्यम से अपनी हिरासत में लेकर उन्हें साथ लगते क्षेत्रों के थानों में बंद कर दिया।
उल्लेखनीय है कि किसानों द्वारा मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर पहले से ही विरोध को लेकर दी गई चेतावनी को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद था। रविवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह की लोकसभा प्रत्याशी डॉ. अशोक तंवर के समर्थन में पहली रैली अनाज मंडी में दोपहर बाद आयोजित होनी थी।
प्रदर्शन कर रहे किसानों को लिया हिरासत
जबकि किसान संगठन सुबह ही आकर रेलवे रोड पर अनाज मंडी के बाहर डाकघर के पास आकर जमा हो गये थे। किसानों ने संगठनों के झंडे तथा काले झंडे हाथों में लिए हुए थे। किसान संगठनों में संयुक्त किसान मोर्चा, भाकियू तथा पगड़ी संभाल जट्टा संगठन के पदाधिकारी अपने सदस्यों के साथ प्रदर्शन करते देखे गये।
पुलिस प्रशासन डीएसपी शमशेर सिंह, शहर थाना प्रभारी बलवान सिंह, सदर थाना प्रभारी देवीलाल, गुप्तचर विभाग सहित मौके पर तैनात था। डीएसपी ने प्रदर्शनकारियों से अपनी की कि वह प्रदर्शन कर रास्ता छोड़कर अपनी समस्या का समाधान शांतिपूर्ण बातचीत के साथ हल करवाने का काम करें। वहीं, किसान नेता मंदीप नथवान, लाभ सिंह, हरि, मंजीत सिंह पूर्णमाजरा, रमेश डांगरा आदि ने भाजपा सरकार पर किसानों को परेशान करने तथा वादाखिलाफी का आरोप लगाया।
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सीएम द्वारा उपद्रवी कहने पर जताया विरोध
वहीं, किसानों ने मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें उपद्रवी कहने पर माफी मांगने की भी बात कही। मंजीत पूर्णमाजरा ने कहा कि वह शांतिपूर्ण अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। जबकि पुलिस प्रशासन ने अनाज मंडी में भाजपा की संकल्प रैली के पास किसानों के जमावड़े को हटाने के लिए वहां बसे तैनात कर दी और भारी पुलिस बल के साथ मुख्यमंत्री के आगमन से ही पहले एक-एक कर किसानों को बसों में भर दिया।
बीजेपी के खिलाफ की जमकर नारेबाजी
हालांकि किसान नेताओं ने गिरफ्तारी देने के बाद बसों में बैठकर भाजपा सरकार के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की। वहीं चेतावनी दी कि जब तक सरकार उनकी मांगे पूरी नहीं करती, तब तक उनका मौजूदा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
उन्होंने किसानों से शांतिपूर्ण बातचीत की अपील की है, लेकिन किसान काले झंडे लेकर रैली स्थल के पास रेलवे रोड पर एकत्र हो गये थे। टोहाना डीएसपी शमशेर सिंह ने कहा कि किसानों के पास काले झंडे होने के कारण पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाने को लेकर उन्हें अपनी हिरासत में लिया है। जबकि किसानों ने शांतिपूर्ण बातचीत करने के लिए भी इन्कार कर दिया था।
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