Move to Jagran APP

फरीदाबाद : दूसरों को जागरूक करके पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभा रहा खन्ना परिवार

शुचिता परिवार और स्कूल के अलावा बाकी समय समाजसेवा में लगाती हैं। विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़कर पर्यावरण सहित जरूरतमंदों की सेवा करने में आगे रहने वाली शुचिता सफाई बैंक ऑफ इंडिया मुंबई से भी जुड़ी हुई हैं।

By Neel RajputEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 10:25 AM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 10:25 AM (IST)
फरीदाबाद : दूसरों को जागरूक करके पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभा रहा खन्ना परिवार
एक ऐसा परिवार जो करता है पर्यावरण से बेहद प्यार

फरीदाबाद [प्रवीन कौशिक]। भागदौड़ भरी जिंदगी में हम सभी नौकरी और परिवार तक सीमित हो गए हैं। समाजसेवा के लिए जुनून रखने वाले विरले ही होते हैं। आईये आपको बताते हैं औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में रहने वाले एक ऐसे परिवार से जिसके सभी सदस्य पर्यावरण से बेहद लगाव रखते हैं। बात केवल लगाव तक ही सीमित नहीं है बल्कि पौधारोपण भी करते हैं। समय-समय पर पौधों को पानी भी दिया जाता है। ग्रीनफील्ड कालोनी निवासी 44 वर्षीय शुचिता खन्ना एमवीएन अरावली स्कूल में शिक्षिका हैं।

loksabha election banner

शुचिता परिवार और स्कूल के अलावा बाकी समय समाजसेवा में लगाती हैं। विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़कर पर्यावरण सहित जरूरतमंदों की सेवा करने में आगे रहने वाली शुचिता सफाई बैंक ऑफ इंडिया, मुंबई से भी जुड़ी हुई हैं। इसके माध्यम से प्लास्टिक वेस्ट को एकत्र कर उसे गुरुग्राम स्थित वेयर हाऊस भिजवाया जाता है जिसका सदुपयोग होता है। इसके लिए वे न केवल ग्रीनफील्ड बल्कि आसपास की कालोनियों में लोगों को जागरूक कर रही हैं। सेव अरावली संस्था से जुड़कर पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभा रही हैं। छुट्टी मिलते ही प्लोगिंग ग्रुप में शामिल होकर सड़क किनारे कचरा उठाती नजर आती हैं, कभी पौधारोपण कार्यक्रम में अहम भागीदारी निभाती हैं। इतना ही नहीं 'खुशी एक एहसास' संस्था जुड़कर वृद्धाश्रम में जाती हैं। वहां उनसे जो बन पड़ता है, सहयोग करती हैं।

शुचिता ईको क्लब से भी जुड़ी हुई हैं जो जरूरतमंदों को कपड़े सहित अन्य प्रकार का सामान उपलब्ध कराते हैं। अब शुचिता लोगों को जागरूक करते हुए किचन वेस्ट से कंपोस्ट खाद बनाना सीखा रही हैं, जिनका पौधों में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। वे कहती हैं कि धरती को हम मां की संज्ञा देते हैं। इसलिए यदि इसका ध्यान नहीं रखा गया तो संतुलन बिगड़ जाएगा। इसलिए हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी बनती है। शुचिता आमजन से भी अपील करती हैं कि नौकरी व परिवार जरूरी है, पर समाजसेवा के लिए भी थोड़ा समय निकालना चाहिए। यदि ये भी नहीं कर सकते तो कम से कम कचरा बाहर न फेंके, प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें और अधिक से अधिक पौधारोपण करें। शुचिता के अनुसार उनकी समाजसेवा में पति धनंजय खन्ना और बच्चे पूरा सहयोग करते हैं और हर जगह उनके साथ भी चलते हैं।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.