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सैन्य अधिकारी बताकर लोगों के बैंक खाते साफ कर रहे साइबर ठग

लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए साइबर ठग नई-नई तिकड़म भिड़ा रहे हैं। इनमें एक तरीका खुद को सैन्य अधिकारी बताकर फंसाने का है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 04:14 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 04:14 PM (IST)
सैन्य अधिकारी बताकर लोगों के बैंक खाते साफ कर रहे साइबर ठग

हरेंद्र नागर, फरीदाबाद

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लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए साइबर ठग नई-नई तिकड़म भिड़ा रहे हैं। वर्तमान में इनमें एक तरीका खुद को सैन्य अधिकारी बताकर फंसाने का है। जिले में कई ऐसे मामलों में लोग आसानी से उनके झांसे में आ गए। ज्यादातर वारदातें ऑनलाइन शॉपिग साइट पर सेकेंड हैंड वाहन खरीद-बिक्री का झांसा देकर हुई हैं। कुछ में टीवी, एलईडी आदि सामान खरीदने या बेचने का झांसा दिया गया। इन मामलों में साइबर अपराध शाखा ने जांच के बाद विभिन्न थानों में मुकदमे भी दर्ज कराए हैं। हालांकि अब तक कोई ऐसा ठग गिरोह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। लोगों के दिलों में सेना के प्रति जो सम्मान व विश्वास है, साइबर ठग इसी का फायदा उठाते हैं। ये दुर्गम इलाकों में बैठकर ठगी कर रहे हैं। जहां तक पहुंचना पुलिस के लिए आसान नहीं। साइबर ठगों की लोकेशन सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मिलती है। इस तरह करते हैं ठगी :

साइबर ठग सेकेंड हैंड वाहन या इलेक्ट्रॉनिक सामान का विज्ञापन ऑनलाइन शॉपिग साइट पर डालते हैं। उसकी कीमत ऐसी रखते हैं कि लोग तुरंत खरीदने को तत्पर हो जाते हैं। वे दिए नंबर पर कॉल कर देते हैं। कॉल उठाने वाला खुद को सैन्य अधिकारी बताता है। वह कहता है कि वाहन का ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया है। इन दिनों ड्यूटी दूर-दराज के इलाकों में है, इसलिए सस्ते में बेचना चाहता है। लोग झांसे में आकर भुगतान ई-वॉलेट या ई-बैंकिग से कर देते हैं। इसके बाद ना वाहन आता है ना ही रुपये वापस होते हैं। कुछ मामलों में वाहन खरीदने का झांसा देकर भी ठगी होती है। इसमें साइबर ठग ऑनलाइन शॉपिग साइट पर विक्रेता को कॉल कर सामान खरीदने की इच्छा जताते हैं। इसके बाद भुगतान करने की बात कहकर एक लिक विक्रेता को भेजते हैं। उस लिक पर क्लिक करते ही विक्रेता के खाते से रुपये साफ हो जाते हैं। बॉक्स..

केस 1 : गांव तिगांव निवासी अजय ने ऑनलाइन शॉपिग साइट पर सेकेंड हैंड कार का विज्ञापन देखा। कार बेचने वाले को कॉल की, तो उसने खुद को सेना का अधिकारी बताया। कुछ दिन में कार भिजवाने की बात कहकर अजय से 95 हजार रुपये अपने खाते में डलवा लिए। केस 2 : डबुआ कॉलोनी निवासी अभिषेक ने ऑनलाइन शॉपिग साइट पर पुराना टीवी बेचने का विज्ञापन डाला था। साइबर ठगों ने खुद को सैन्य अधिकारी बताकर टीवी खरीदने का झांसा दिया और रकम खाते में भेजने के बहाने अभिषेक से 48 हजार रुपये ठग लिए। वर्जन..

साइबर ठग खुद को सैन्य अधिकारी बताकर लोगों को शिकार बना रहे हैं। इससे जुड़ी शिकायतें भी हमारे पास पहुंची है। इन ठगों के पीछे हमारी टीमें काफी मेहनत कर रही हैं। मामले जल्द सुलझा लिए जाएंगे।

- इंस्पेक्टर बसंत कुमार, प्रभारी, साइबर अपराध शाखा


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