एक तिहाई ग्रुप हाउसिंग सोसायटी के रिकार्ड गायब
बिजेंद्र बंसल, फरीदाबाद :
जिला नगर योजनाकार विभाग ने औद्योगिक नगरी में जिन 52 कोआपरेटिव ग्रुप हाउसिंग सोसायटी (सीजीएचएस) के नक्शे पास किए हैं, उनमें से 17 ने अभी तक कंप्लीशन (भवन निर्माण प्रमाण पत्र ) नहीं लिया है। इन 17 सोसायटी में से 9 आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग (ईडब्ल्यूएस) की हैं। सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी में यह खुलासा हुआ है।
बता दें, कोआपरेटिव ग्रुप हाउसिंग सोसायटी का निर्माण करने वाली बिल्डर कंपनियों को सामान्य सोसायटी के साथ 15 फीसद जमीन पर ईडब्ल्यूएस सोसायटी का निर्माण भी करना आवश्यक होता है। जिला नगर आयोजना विभाग से कंप्लीशन न लेने वालों में सबसे ज्यादा ईडब्ल्यूएस सोसायटी हैं। इससे विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
कंप्लीशन के बाद निर्माण की नहीं जानकारी : जिला नगर योजनाकार के पास किसी भी सीजीएचएस में कंप्लीशन के बाद हुए अवैध निर्माण की कोई जानकारी नहीं है। इतना ही नहीं विभाग की तरफ से अवैध निर्माण की बाबत किसी भी सोसायटी को नोटिस जारी नहीं किया है।
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बिल्डरों को गोलमाल करने की दी छूट
प्रापर्टी डीलर फरीदाबाद के बाजार में ईडब्ल्यूएस सोसायटी फ्लैट बेच रहे हैं। मध्यमवर्गीय परिवार इन्हें खरीद रहे हैं। नगर आयोजन विभाग पर इन सोसायटी में गरीब ही रहें, यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी बनती है। जिला नगर आयोजन विभाग ने बिल्डरों को गोलमाल करने की छूट दी हुई है अन्यथा ऐसा कैसे हो सकता है कि आयोजना विभाग को इन सोसायटी में अवैध निर्माण की जानकारी ही नहीं हो।
-कृष्णलाल गेरा, आरटीआइ कार्यकर्ता, फरीदाबाद
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ईडब्ल्यूएस फ्लैट मार्केट में बिकने की कोई शिकायत नहीं
कोआपरेटिव गु्रप हाउसिंग सोसायटी के लिए जो भी बिल्डर लाइसेंस लेता है, वह पहले नक्शे पास कराता है। नक्शे के अनुसार सोसायटी बनाने के लिए एक तय समय मिलता है। इस तय समय में बिल्डर हर हाल में कंप्लीशन प्रमाण पत्र अवश्य लेता है। यदि कंप्लीशन नहीं लेता तो वह नगर आयोजना विभाग चंडीगढ़ से निर्माण के लिए अतिरिक्त समय लेता है। इसका विवरण हमारे पास नहीं होता। हम जब कंप्लीशन की फाइल आने पर हाउसिंग सोसायटी की जांच करते हैं तो अवैध निर्माण या तो जुर्माना लगाकर कंपाउंड करते हैं या फिर तुड़वाते हैं। ईडब्ल्यूएस सोसायटी के फ्लैट मार्केट में बिकने संबंधी कोई लिखित शिकायत विभाग के पास लंबित नहीं है।
- रेणूका सिंह, जिला नगर योजनाकार, फरीदाबाद