झेलम ब्लास्ट का वांटेड आतंकी पाकिस्तान भागा
पिछले चार महीनों में चार ब्लास्ट, लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक भी खाली हैं। इससे पहले झेलम एक्सप्रेस में हुए ब्लास्ट में भी पुलिस कुछ नहीं कर पाई। इसका आऱोपी पाकिस्तान जा बैठा है।
अंबाला (दीपक बहल)। जनवरी से मई तक दो ब्लास्ट पैसेंजर ट्रेन और दो ब्लास्ट बसों में हो चुके हैं। ब्लास्ट में हरियाणा पुलिस की तफ्तीश भले ही बारीकी से चल रही है, लेकिन चार माह में पुलिस कोई पुख्ता जानकारी नहीं जुटा सकी है। इन ब्लास्ट्स ने झेलम एक्सप्रेस बम कांड की यादें भी ताजा कर दी हैं। इस बम ब्लास्ट में भी हरियाणा पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी। सालों बाद भी इस इस ब्लास्ट का आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
जब दहल उठा था अंबाला
उल्लेखनीय है कि अंबाला में 2 दिसंबर 1996 को हुआ बम ब्लास्ट भी अब तक अनसुलझा है। पुणे से जम्मू जाने वाली झेलम एक्सप्रेस की बोगी नंबर एस-4 में भीषण विस्फोट हुआ था, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए थे। इस ब्लास्ट की तफ्तीश में हरियाणा पुलिस के एक एसपी, 16 डीएसपी और 7 इंस्पेक्टसर् ने 131 लोगों पर कागजात काले किए, लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
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सबूत नहीं जुटा सकी पुलिस और बरी हो गए आरोपी
हरियाणा पुलिस ने दिल्ली और मुंबई बम विस्फोटों के आरोपी व जम्मू के रहने वाले बलबीर सिंह उर्फ बाबू, बलबीर सिंह उर्फ पिंका व गुरदीप सिंह लाहौरी को गिरफ्तार कर गुत्थी सुलझाने का दावा किया था। तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास के अलावा एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस की तफ्तीश में रणजीत सिंह उर्फ नीटा का नाम भी सामने आया था। आरोप है कि उसी के कहने पर आरडीएक्सस से झेलम एक्सप्रेस में ब्लास्ट किया गया। लेेकिन रणजीत तक पहुंचना तो दूर पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ भी पर्याप्त सुबूत नहीं जुटा सकी। इसी वजह से 3 अप्रैल 2004 को अदालत ने तीनों आरोपियों को बरी कर दिया।
तीन राज्यों में ब्लास्ट का आरोपी है नीटा उर्फ
गौरतलब है कि तीन महीने पहले हरियाणा रेलवे पुलिस की टीम नीटा की तलाश में जम्मू के आरएस पुरा पहुंची थी। वहां पता चला कि वह हरियाणा ही नहीं, बल्कि दिल्ली और मुंबई में हुए ब्लास्ट में भी वांटेड है। मुंबई, दिल्ली पुलिस की तफ्तीश भी जम्मू से आगे नहीं बढ़ सकी।
1997 में किया था भगोड़ा घोषित
हरियाणा पुलिस ही नहीं अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने भी नीटा को गिरफ्तार करने के प्रयास किए, लेकिन 17 दिसंबर 1997 को हरियाणा पुलिस की नाकामी देखते रणजीत सिंह उर्फ नीटा को अदालत ने भगोड़ा करार दे दिया। हरियाणा पुलिस समय-समय पर जम्मू जाती है, लेकिन जानकारी मिली है रणजीत सिंह अब पाकिस्तान पहुंच चुका है।